रोजाना एक गिलास पिएं धनिया का पानी, वजन भी होगा कम और पाचन भी रहेगा दुरुस्त
धनिया के बीज हमारी रसोई में मिलने वाले आम मसालों में से एक है। इसका इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है लेकिन यह आपकी सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। इसमें कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जिनसे सेहत से जुड़ी कई परेशानियां दूर होती हैं। आइए जानें धनिया के बीज (Coriander Seeds Benefits) को पानी में मिलाकर पीने के फायदों के बारे में।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Coriander Water Benefits: घर की रसोई में पाए जाने मसाले शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए रामबाण माने जाते हैं। उन्हीं में से एक धनिया भी है, जिसे हम ज्यादातर हर सब्जी या अन्य खाने की चीजों में इस्तेमाल करते हैं। धनिया के बीज सेहत को कई तरह से लाभ पहुंचाते हैं। धनिया विटामिन, मिनरल, पोटेशियम, फाइबर और कई एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर माना जाता है, जिसे खाना शरीर के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। धनिया के बीज का सेवन यदि पानी में भिगोकर किया जाए, तो ये वजन घटाने से लेकर पाचन और दिल को भी दुरुस्त रखता है। इसके इतने फायदे हैं कि इन्हें जानकर आप आज से ही इसे पीना शुरू कर देंगे। आइए जानते हैं धनिया के बीज का पानी पीने के क्या लाभ होते हैं।
सूजन कम होती है
धनिया के बीज में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जैसे कि फ्लावोनॉयड्स, विटामिन-सी, और बीटा-केरोटीन, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाने में मदद करते हैं। धनिया के बीज का पानी पीने से सूजन कम करने में मदद मिलती है।यह भी पढ़ें: बारिश के मौसम में बीमारियों से बचने के लिए रोज पिएं तुलसी की चाय, सेहत को मिलेंगे और भी कई फायदे
पाचन दुरुस्त रखता है
रोजाना सुबह धनिया का पानी पीने से पाचन दुरुस्त रहता है। धनिया के बीज में एक्टिव एंजाइम्स होते हैं, जो पाचन को सुधारते हैं। इसके पानी का सेवन करने से पेट की समस्याओं जैसे कि गैस, एसिडिटी और पेट दर्द में राहत मिलती है।
वजन निंयत्रित होता है
धनिया के बीज का पानी पीने से वजन भी नियंत्रित रहता है। इसमें फाइबर पाया जाता है, जो वजन घटाने में मदद कर सकता है। यह भोजन को पचाने में मदद करता है और इसके सेवन से ओवर ईटिंग की समस्या भी नहीं होती।दिल के लिए फायदेमंद
धनिया के बीज में पोटैशियम और फाइबर पाया जाता है, जो हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। इसके पानी का सेवन करने से दिल से जुड़ी समस्याएं जैसे हार्ट अटैक, स्ट्रोक का खतरा भी कम हो जाता है।