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Exercise For Fertility: फर्टिलिटी क्षमता में सुधार करती हैं ये 5 तरह की एक्सरसाइजेस

जब गर्भधारण करने की कोशिश कर रहे हों तो दौड़ने कूदने क्रॉस-फिट हैवी-लिफ्टिंग जैसी एक्टिविटीज अवॉयड करें क्योंकि इससे प्रजनन पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। हर हफ्ते सात या उससे ज्यादा घंटों तक एरोबिक्स एक्सरसाइज करने वाली महिलाओं में ओव्यूलेटरी इनफर्टिलिटी का खतरा बढ़ जाता है। वहीं ज्यादा एक्सरसाइज से पुरुषों के थायरॉइड हॉर्मोन और टेस्टोस्टेरॉन के स्तर में कमी आ जाती है।

By Priyanka Singh Edited By: Priyanka Singh Updated: Wed, 27 Dec 2023 09:59 AM (IST)
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Exercise For Fertility: फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए इन एक्सरसाइजेस को करें अपने रूटीन में शामिल
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Exercise For Fertility: अगर आपके गर्भधारण का सफर उम्मीद से कहीं ज्यादा लंबा हो रहा है, तो इसके लिए सबसे पहले अपनी लाइफस्टाइल पर नजर डालने की जरूरत है। इस विषय पर इंटरनेट, किताबों या मैगजीन्स में ढूंढने पर ढ़ेर सारे सुझाव मिल जाते हैं, जो अच्छे और बुरे दोनों तरह के होते हैं। इनमें से कुछ सुझाव काम के साबित होते हैं, तो वहीं कुछ परेशानी में डाल सकते हैं।

ये जानना जरूरी है कि गर्भधारण का प्रयास करने वाले लोगों के लिए लाइफस्टाइल में कुछ जरूरी बदलाव करना फायदेमंद हो सकता है। नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से ना केवल सेहत अच्‍छी होती है, बल्कि इससे प्रजनन क्षमता भी बेहतर होती है। एक्सरसाइज की मदद से हर उम्र में चुस्त-दुरुस्त रह सकते हैं। प्रजनन को बेहतर बनाने में नीचे कुछ एक्सरसाइजेस साबित हो सकती हैं मददगार।

कार्डियोवैस्कुलर एक्सरसाइज

वॉकिंग, जॉगिंग, एरोबिक्स और जुम्बा जैसी कार्डियोवैस्कुलर एक्सरसाइज, प्रजनन को बेहतर बनाने के लिए सबसे अच्‍छे माने जाते हैं। इसके लिए रोजाना 15 मिनट की तेज वॉक या फिर जॉगिंग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने की सलाह दी जाती है। फिर इसे बढ़ाते हुए 30 मिनट तक ले जाना है। इस तरह की एक्सरसाइज से ना सिर्फ सेहत में सुधार होता है, बल्कि प्रजनन क्षमता भी बेहतर होती है।

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग मसल्स को मजबूत बनाने का सबसे प्रभावी तरीका है, लेकिन इससे फर्टिलिटी हेल्थ में भी सुधार होता है। अपने रूटीन में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग सेशन को शामिल करें। बेहतर होगा किसी एक्सपर्ट की देखरेख में करें। हफ्ते में तीन स्ट्रेंथ ट्रेनिंग काफी होती है। 

बर्रे और पिलाटे

गर्भधारण का प्रयास कर रहे लोगों के लिए बर्रे और पिलाटे दोनों ही अच्छी एक्सरसाइज हैं। ये एक्सरसाइज स्ट्रेंथ बढ़ाती हैं और मसल्स को भी टोन करती है। ये सारी चीजें मिलकर गर्भधारण के प्रयासों में मदद करते हैं। पिलाटे करने से पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) से जुड़े लक्षणों से भी राहत मिलती है। 

स्विमिंग

स्विमिंग भी गर्भधारण का प्रयास कर रहे लोगों के लिए अच्छा वर्कआउट है। स्विमिंग करने से ओवरऑल बॉडी की एक्सरसाइज हो जाती है। 

योग

वैसे तो कोई भी एक्सरसाइज प्रजनन क्षमता को बेहतर बनाने का प्रमाण नहीं देता, लेकिन योग से तीन फायदे मिलते हैं। पहला इससे तनाव कम होता है, दूसरा रक्त संचार बेहतर होता है और तीसरा लचीलापन बढ़ता है, खासकर पेल्विक व हिप्स वाले एरिया में योग के दौरान होने वाली स्ट्रेचिंग से काफी फायदा होता है। योगा के रूप में मेडिटेशन तथा ब्रीदिंग एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल करना कई तरीकों से फायदेमंद हो सकता है। योग से तनाव बढ़ाने वाले हॉर्मोन कोर्टिसोल का लेवल कम होता है और एंडोर्फिन का लेवल बढ़ता होता है, जो प्रजनन को बेहतर बनाता है। एंडोर्फिन हॉर्मोन अच्छी नींद में भी मददगार होता है। 

- विपरीत करणी (दीवार के ऊपर पैर) और सुप्त बद्ध कोणासन (रिक्लाइनिंग बाउंड एंगल पोज), तनाव कम करने और एंजाइटी दूर करने में प्रभावी हो सकती हैं। ये सभी बांझपन से जुड़े कारक हैं।

- बैक रोल्स और पादहस्तासन (पैर के नीचे हाथ) ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने और प्रजनन अंगों को मालिश करने का काम करती हैं।

- मलासन (माला) और उत्थित त्रिकोणासन (विस्तारित त्रिभुज) आसन प्रजनन अंगों के आसपास की मांसपेशियों को फैलाने, नितंबों और पेल्विक में लचीलेपन को बढ़ाने में फायदेमंद होते हैं। 

(डॉ. अस्‍वति नायर, फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट, राजौरी गार्डन, नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी से बातचीत पर आधारित)

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Pic credit- freepik