Bird Flu outbreak: जानें बर्ड फ्लू से खुद को बचाने के लिए क्या करें और क्या न करें!
Bird Flu Outbreak एक तरफ जहां बर्ड फ्लू यानी H5N1 सबसे आम किस्म का वायरस है वहीं ये एक इंसान से दूसरे इंसान में नहीं फैलता है। दस्त मतली और सीने में दर्द बर्ड फ्लू के कुछ शुरुआती लक्षण हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Bird Flu Outbreak: कोरोना वायरस के साथ ही भारत के कुछ हिस्सों में बर्ड फ्लू के मामलों मे सभी की चिंता बढ़ा दी है। राजस्थान से शुरू हुई बर्ड फ्लू धीरे-धीरे 5 और राज्यों में फैल गया, जहां कौवों सहित अन्य पक्षियों की बड़ी तादाद में मृत पाए गए हैं। बर्ड फ्लू या एवियन इंफ्लूएंज़ा एक संक्रामक वायरल बीमारी है, जो एक पक्षी से दूसरे पक्षी और जानवरों में फैलती है।
एक तरफ जहां H5N1 सबसे आम किस्म का वायरस है, वहीं ये एक इंसान से दूसरे इंसान में नहीं फैलता है। दस्त, मतली और सीने में दर्द बर्ड फ्लू के कुछ शुरुआती लक्षण हैं। बर्ड फ्लू के अहम लक्षण हैं:
- तेज़ बुखार
- मांसरेशियों में दर्द
- सिर दर्द
- खांसी
इंसानों में कैसे होता है बर्ड फ्लू?
आमतौर पर इंसानों में यह बीमारी मुर्गियों या फिर संक्रमित पक्षी के बेहद पास रहने से फैलती है। अगर मुर्गी संक्रमित है और आपका संपर्क किसी प्रकार से होता है तो ये संक्रमण आपको भी हो जाता है। इंसानों में बर्ड फ्लू का वायरस आंख, नाक और मुंह के ज़रिए प्रवेश करता है।
बर्ड फ्लू को फैलने से रोकने के लिए क्या करें और क्या न करें
क्या करें
- ज़िंदा पक्षियों और पोल्ट्री के पक्षियों के संपर्क में आने से बचें।
- जिस बर्तन में मीट पकाते हैं, उसे दूसरे बर्तनों से दूर रखें।
- ध्यान रखें कि मांस को तब तक पकाएं, जब तक अच्छी तरह से पक न जाए।
- अपने हाथों को गुनगुने पानी और साबुन से दिन में कई बार धोएं। खासतौर पर अगर आप कच्चा मांस छूते हैं।
क्या करें
- मृत पक्षियों और उनके मल के पास न जाएं और न ही उसे छुएं।
- ज़िंदी जानवरों वाले बाज़ार या पोल्ट्री फॉर्म में न जाएं।
- आधा पका हुआ या कच्ची मुर्गी या किसी भी पक्षी को न खाएं।
- कच्चे अंडों का सेवन न करें।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।