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Bra Strap Syndrome: ब्रा की स्ट्रैप बन रही है महिलाओं में इस गंभीर समस्या का कारण, अभी से हो जाएं सावधान

Bra Strap Syndrome आज के समय में महिलाएं कई तरह की बीमारियों की चपेट में आती जा रही हैं। कुछ के बारे में समय रहते पता लग जाता है और डॉक्टर से सम्पर्क करके निजात पा लिया जाता है। हीं कुछ समस्याएं ऐसी होती हैं जो देखने में छोटी लगती हैं और जानकारी न होने के चलते उन्हें इग्नोर किया जाता है। ब्रा स्ट्रैप सिंड्रोम भी ऐसी ही परेशानी है।

By Ritu ShawEdited By: Ritu ShawUpdated: Sat, 26 Aug 2023 02:03 PM (IST)
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ब्रा की स्ट्रैप महिलाओं में बढ़ा सकती है यह परेशानी
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Bra Strap Syndrome: हम सभी अपने शरीर में कहीं न कहीं और कभी न कभी दर्द का अनुभव करते रहते हैं। कई बार यह खुद ही ठीक हो जाता है और कई बार डॉक्टर से इलाज करवाने पर राहत मिलती है। लेकिन कई बार दर्द जिद्दी हो जाता है, जिसे हम क्रोनिक पेन कहते हैं। आसान भाषा में कहें, तो क्रोनिक दर्द वह दर्द है जो तीन महीने से अधिक समय तक रहता है।

यह दर्द हर समय रह सकता है या फिर आता-जाता रह सकता है। इसके अलावा यह शरीर में कहीं भी हो सकता है। जिसे हिंदी में पुराना दर्द कहते हैं। यह चोट लगने या फिर किसी अन्य कारण के चलते हो सकता है। लेकिन कभी आपने सोचा है कि महिलाओं को यह दर्द ब्रा की स्ट्रैप के कारण भी रह सकता है? जी हां, आज के आर्टिकल में हम इसी पर बात करेंगे।

क्रोनिक पेन यानी पुराना दर्द रोज के जीवन में बाधा डाल सकता है, जैसे काम करना, सोशल लाइफ में बाधा डालना और अपना या दूसरों का ख्याल रख पाने में असमर्थ होना। इससे डिप्रेशन, चिंता और सोने में परेशानी भी हो सकती है, जिससे यह दर्द और भी बदतर हो सकता है। ऐसे में ब्रा स्ट्रैप सिंड्रोम इससे कैसे जुड़ा हुआ है और यह क्या है आइये जानते हैं।

ब्रा स्ट्रैप सिंड्रोम क्या है?

ब्रा स्ट्रैप सिंड्रोम, कॉस्टोक्लेविकुलर सिंड्रोम को कहा जाता है। यह एक स्थिति है, जिसमें थोरैसिक आउटलेट, नसों, ब्लड वैसेल्स या दोनों में इरिटेशन या फिर जलन महसूस होती है। थोरैसिक आउटलेट कॉलरबोन (हंसली) और पहली पसली के बीच की जगह को कहते हैं। ब्रा के कारण, यह आमतौर पर तब होता है जब ब्रा की स्ट्रैप पतली होती है और आपके कंधों पर दबाव पड़ता है। इसकी वजह से गर्दन, कंधे, पीठ के ऊपरी हिस्से और बांह में दर्द होता है। मोटापे से ग्रस्त, हेवी ब्रेस्ट, मध्यम आयु या बुजुर्ग महिलाओं में इसका खतरा अधिक होता है।

ब्रा स्ट्रैप सिंड्रोम के संभावित कारण क्या हैं?

अगर आपके ब्रा की स्ट्रैप्ल पतली या टाइट है और ब्रेस्ट हेवी है, तो ये पट्टियां आपके कंधों के आसपास की नरम टिशूज को काट सकती हैं और हंसली पर सीधा दबाव डाल सकती हैं। गलत ब्रा, टाइट, छोटी ब्रा और पतली स्ट्रैप वाली एक्स्ट्रा टाइट ब्रा से न केवल शेप खराब हो सकता है बल्कि कई तरह की शारीरिक समस्याएं भी हो सकती हैं।

ब्रा स्ट्रैप सिंड्रोम के लक्षण क्या हैं?

ब्रा स्ट्रैप सिंड्रोम वाले लोगों को अक्सर गर्दन या कंधे के क्षेत्र में दर्द का अनुभव होता है। कई बार अकड़न भी महसूस होता है। यह दर्द फिजिकल एक्टिविटी या कसरत के बाद बढ़ जाते हैं। खासकर भारी सामान उठाने के बाद। रिपोर्ट के अनुसार, आराम करने और भरपूर नींद से लक्षणों में राहत मिल सकती है। हालांकि, यह अस्थायी हो सकता है।

ब्रा स्ट्रैप सिंड्रोम के दर्द को कैसे दूर करें?

अगर ऐसे किसी पुराने दर्द का अनुभव कर रहे हैं, तो सही इलाज के लिए डॉक्टर से सम्पर्क करें। मरीजों को स्ट्रैपलेस ब्रा या चौड़ी स्ट्रैप वाली ब्रा पहनने की सलाह दी जाती है। कंधे का पैड भी इसमें मदद कर सकता है। इसके अलावा ब्रा खरीदते समय ध्यान रखें कि उसकी स्ट्रैप बहुत टाइट न हों।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Pic Credit: Freepik