Cervical Cancer: भारत में हर 8 मिनट में सर्वाइकल कैंसर से होती है एक महिला की मौत, जानें इसके कारण और लक्षण
सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाली दूसरा सबसे आम कैंसर है। दुनियाभर में कई महिलाएं इस गंभीर बीमारी से जूझ रही है। ऐसे में इस बीमारी के प्रति जागरुकता बेहद जरूरी है। एक्टपर्ट से जानते हैं इसके कारण और बचाव के बारे में-
By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Sun, 08 Jan 2023 01:24 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Cervical Cancer: कैंसर इन दिनों तेजी से फैलने वाली एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है। खराब जीवनशैली और खानपान में लापरवाही की वजह से लोग लगातार इस गंभीर समस्या के शिकार होते जा रहे हैं। खासकर महिलाओं में इन दिनों यह समस्या बढ़ती जा रही है। दुनियाभर में कई महिलाएं सर्वाइकल कैंसर से जूझ रही हैं। ऐसे में जरूरी है कि इसे लेकर सभी को जागरूक किया जाए। सर्वाइकल कैंसर को लेकर लोगों में जागरुकता फैलाने के मकसद से ही हर साल जनवरी को सर्वाइकल कैंसर अवेयरनेस मंथ के रूप में मनाया जाता है। इस कैंसर के बारे में विस्तार से जानने से के लिए हमने पटपड़गंज के मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की वरिष्ठ निदेशक, मेडिकल ऑन्कोलॉजी डॉ. मीनू वालिया से बात की।
क्या है सर्वाइलकल कैंसर
सर्वाइलकल कैंसर के बारे में बताते हुए डॉ. मीनू वालिया कहती हैं कि सर्वाइकल कैंसर वह कैंसर है, जो गर्भाशय ग्रीवा (गर्भाशय के मुंह) से शुरू होता है। यह दुनिया भर में महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे आम कैंसर है। यह कैंसर पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) नामक वायरस के संक्रमण के कारण होता है। दुनिया भर में सर्वाइकल के 25 फीसदी मामले और मौतें भारत में ही होती हैं। लगभग हर 47 मिनट में एक महिला को सर्वाइकल कैंसर का पता चलता है और भारत में हर 8 मिनट में एक महिला की इससे मौत होती है। हालांकि, सर्वाइकल कैंसर को रोका जा सकता है।
सर्वाइकल कैंसर के कारण
- ह्यूमन पैपिलोमा वायरस
- आनुवंशिकता
- धूम्रपान
- पर्सनल हाइजीन की कमी
- कुपोषण
- असुरक्षित यौन संबंध
- एक से ज्यादा यौन साथी
सर्वाइकल कैंसर शुरुआती संकेत
- बार-बार यूरिन आना
- सफेद पदार्थ का निकलना
- सीने में जलन और लूज मोशन
- पीरियड्स अनियमित हो जाना
- भूख न लगना या बहुत कम खाना
- बहुत अधिक थकान महसूस करना
- पेट के निचले हिस्से में दर्द या सूजन
- अक्सर हल्का बुखार और सुस्ती रहना
- शारीरिक संबंध के बाद खून निकलना
- पीरियड्स में सामान्य से ज्यादा खून निकलना
ऐसे करें सर्वाइलकल कैंसर की रोकथाम
सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम किशोरावस्था में ही शुरू हो जाती है। महिलाओं में इस संक्रमण को रोकने के लिए एचपीवी टीके काफी सहायक साबित होते हैं। इसके अलावा नियमित रूप से स्मीयर टेस्ट के जरिए भी इस गंभीर बीमारी को रोका जा सकता है। साथ ही सही समय पर टीकाकरण और स्वस्थ जीवनशैली भी कैंसर के कारकों के रोकने में सहायक है। इन सबके अलावा कुछ अन्य चीजों के जरिए भी आप इस गंभीर समस्या से खुद को बचा सकते हैं। इन आदतों को अपनाकर आप सर्वाइकल कैंसर को खतरे को कम कर सकते हैं-- धूम्रपान से दूरी बनाएं
- स्वस्थ आहार का सेवन
- सुरक्षित यौन संबंध
- यौन साथियों की संख्या कम करें
- पर्सनल हाइजीन का ध्यान रखें
- एचपीवी वायरस के खिलाफ टीकाकरण