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Cervical Cancer से बचने का कारगर तरीका है एचपीवी वैक्सीन, जानें इसके बारे में वह सबकुछ जो जानना जरूरी है

सर्वाइकल कैंसर दुनियाभर में महिलाओं को प्रभावित करने वाली एक खतरनाक बीमारी है जो उनकी मौत का एक प्रमुख कारण भी है। यह कैंसर आमतौर पर ह्यूमन पैपिलोमावायरस (एचपीवी) वायरस के कारण फैलता है। ऐसे में इसे लेकर जागरूकता फैलाने के मकसद से हर साल जनवरी में सर्वाइकल कैंसर अवेयरनेस मंथ मनाया जाता है। आइए जानते हैं इस कैंसर से बचाने वाली वैक्सीन के बारे में सबकुछ

By Harshita Saxena Edited By: Harshita Saxena Updated: Tue, 16 Jan 2024 06:02 PM (IST)
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जानें क्यों जरूरी है सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ वैक्सीन

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) एक गंभीर बीमारी है, जो दुनियाभर में महिलाओं की मौत का एक प्रमुख कारण है। यह कैंसर का एक गंभीर प्रकार है, जो कई महिलाओं को प्रभावित करता है। यही वजह है कि इस गंभीर बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के मकसद से हर साल जनवरी माह को सर्वाइकल कैंसर अवेयरनेस मंथ के तौर पर मनाया जाता है। इस मौके पर हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से इस बीमारी की रोकथाम के लिए टीकाकरण को लेकर जानकारी सामने आई।

बीते दिनों केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बारे में कहा कि सरकार सर्वाइकल कैंसर के मामलों की बारीकी से निगरानी कर रही है और जल्द ही ह्यूमन पैपिलोमावायरस (Human Papillomavirus) वैक्सीनेशन अभियान शुरू करने पर निर्णय लेगी। ऐसे में जानते हैं सर्वाइकल कैंसर से बचाने वाली इस वैक्सीन से जुड़ी वह सभी बातें,जो जानना आपके लिए जरूरी है।

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क्या है ह्यूमन पेपिलोमावायरस?

ह्यूमन पैपिलोमावायरस (HPV) एक सामान्य वायरस है, जो त्वचा और म्यूकस मेंब्रेन को संक्रमित करता है और मुख्य रूप से त्वचा से त्वचा के संपर्क के जरिए फैलता है, खासकर यौन गतिविधि के दौरान। एचपीवी के 100 से अधिक प्रकार हैं, जिनमें से कुछ जेनिटल वॉर्ट्स का कारण बन सकते हैं और संभावित रूप से विभिन्न कैंसर का कारण भी बन सकते हैं।

कैसे फैलता है एचपीवी?

एचपीवी आमतौर पर त्वचा से त्वचा के संपर्क से फैलता है, जिसमें यौन गतिविधि इसके फैलने का सबसे बड़ा कारण है। यह वायरस किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ वजाइनल, एनल या फिर ओरल यौन संबंध के जरिए फैल सकता है, भले ही कोई संक्रमित व्यक्ति में कोई लक्षण न हों।

एचपीवी इन्फेक्शन के लक्षण

कई एचपीवी संक्रमण होने पर कोई ध्यान देने योग्य लक्षण नहीं दिखाई नहीं देते हैं और अपने आप ठीक हो सकते हैं। हालांकि, इसके कुछ स्ट्रेन्स जननांग मस्से यानी जेनिटल वॉर्ट्स का कारण बन सकते हैं, जो जननांगों, एनस या मुंह पर या उसके आसपास छोटी, फूलगोभी जैसे दिखाई देते हैं।

कैसे कैंसर का कारण बनता है एचपीवी?

एचपीवी के कुछ हाई रिस्क वाले स्ट्रेन लगातार संक्रमण का कारण बन सकते हैं, जो शरीर में सेलुलर परिवर्तन का कारण बनते हैं और संभावित रूप से समय के साथ सर्वाइकल या अन्य तरह के कैंसर का कारण बनते हैं। कैंसर के विकास को रोकने या शुरुआती स्टेज में इसकी पहचान करने के लिए नियमित जांच बेहद जरूरी है।

कैंसर से बचाव कैसे करें?

सर्वाइकल कैंसर को रोकने का सबसे महत्वपूर्ण और कारगर तरीका एचपीवी के खिलाफ टीका लगवाना है। इसके अलावा एचपीवी टेस्ट और पैप टेस्ट (या पैप स्मीयर) जैसे नियमित स्क्रीनिंग टेस्ट करवाना चाहिए।

एचपीवी वैक्सीन की जरूरत क्यों है?

आमतौर पर शारीरिक संबंध की वजह से होने वाले एचपीवी इन्फेक्शन की वजह से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में एचपीवी वैक्सीन हाई रिस्क वाले स्ट्रेन के कारण होने वाले सर्वाइकल और अन्य कैंसर के खतरे को काफी कम कर देता है।

किसे लगवाना चाहिए वैक्सीन

एचपीवी से जुड़े कैंसर से बचान के लिए 9 साल से इससे ज्यादा उम्र की महिलाओं और पुरुषों दोनों को ही यह टीका लगाया जाना चाहिए। पुरुषों में भी एचपीवी हो सकता है, जिसे वह अपनी महिला साथी तक पहुंचा सकते हैं, जो बाद में कैंसर में बदल सकता है। वर्तमान में, एचपीवी के तीन टीके उपलब्ध हैं, जिनमें से एक है सेरवावैक - सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ पहला स्वदेशी टीका है, जिसे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने विकसित और निर्मित किया है।

क्या है सर्वाइकल कैंसर

सर्वाइकल कैंसर इस गंभीर बीमारी का एक घातक प्रकार है। आमतौर पर सर्वाइकल, ओवेरियन, यूट्रस, वजाइनल और वल्वा कैंसर महिलाओं के रीप्रोडक्टिव ऑर्गन को प्रभावित करते हैं। सर्वाइकल कैंसर इन्हीं में से एक है, जो सर्विक्स में शुरू होता है, इसलिए इसी नाम से जाना जाता है। सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पैपिलोमावायरस (एचपीवी) नाम के वायरस के कारण होता है। एचपीवी से संक्रमित सभी महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर का खतरा होता है।

सर्वाइकल कैंसर से कैसे बचें

  • सर्वाइकल कैंसर से बचने का सबसे असरदार तरीका है, यौन रूप से सक्रिय होने से पहले, आमतौर पर किशोरावस्था के दौरान, पुरुषों और महिलाओं दोनों को एचपीवी वैक्सीन लगवाना।
  • कैंसर का कारण बनने वाले एचपीवी को फैलने से रोकने के लिए जरूरी है कि आप सुरक्षित यौन संबंध बनाएं। आप इसके लिए कंडोम या डेंटल डैम का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए नियमित रूप से पैप स्मीयर टेस्ट आदि करवाते रहें।

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Picture Courtesy: Freepik