गुजरात में कहर बरपा रहा Chandipura virus, जानें क्या है यह बीमारी और इसके लक्षण
गुजरात के अरावली जिले में बीते कुछ समय में Chandipura virus का प्रकोप बरकरार है। यह बीमारी पिछले कुछ दिनों में 6 लोगों को मौत का कारण बन चुकी है। हालांकि इसे लेकर अभी पुष्टि होना बाकी है। आमतौर पर मच्छर या टिक्स से होने वाली यह बीमारी दिमाग की सूजन का कारण बनती है जिससे गंभीर मामलों में मौत तक हो जाती है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। गुजरात में इन दिनों एक बीमारी चिंता का विषय बनी हुई है। यहां के अरावली जिले में पिछले कुछ समय से चांदीपुरा वायरस (Chandipura virus) का प्रकोप जारी है। यह बीमारी चिंता का विषय इसलिए बनी हुई है, क्योंकि इसकी वजह से जिले में अब 6 मौतें हो चुकी है। इस बारे में गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि, "अभी तक 6 मौतें हुई हैं, हालांकि मौत का कारण चांदीपुरा वायरस है, इसकी पुष्टि नहीं हुई है।" ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे इस वायरस और इससे जुड़ी सभी जरूरी बातों के बारे में-
यह भी पढ़ें- आपकी ये 5 खराब आदतें बना सकती हैं आपको Dementia का शिकार, आज ही कर लें इनमें सुधार
क्या है चांदीपुरा वायरस?
चांदीपुरा वायरस एक दुर्लभ और खतरनाक पैथोजन है जो बुखार, फ्लू जैसे लक्षणों के साथ ही एक्यूट एन्सेफलाइटिस (दिमाग की सूजन) का कारण बनता है। यह मुख्य रूप से मच्छरों, टिक्स और सेंडफ्लाई के जरिए फैलता है।कितना खतरनाक है यह वायरस?
कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि इस वायरस के संक्रमित होने वाले व्यक्ति में इसके लक्षण तेजी से बढ़ सकते हैं। इससे शुरुआत के पहले 24 घंटों के अंदर ही न्यूरोलॉजिक समस्याएं और संभावित रूप से घातक ऑटोइम्यून एन्सेफलाइटिस हो सकता है। इस बीमारी के गंभीर मामलों में मृत्यु दर 56% से 75% तक दिखाई दी है।
चांदीपुरा वायरस के लक्षण
चांदीपुरा वायरस बीमारी की शुरुआत अक्सर तेज बुखार के साथ होती है। इसके अलावा पीड़ित व्यक्ति को बुखार के बाद दौर पड़ना, दस्त और उल्टी जैसे लक्षणों का अनुभव होता है। ऐसे में इस बारे में अगर जागरूकता कम हो, तो यह मौत का कारण बन सकती है।चांदीपुरा वायरस का इलाज
इस खतरनाक वायरस का कोई विशेष इलाज नहीं है, लेकिन अगर समय रहते इस बीमारी का पता लगा लिया जाए, तो हॉस्पिटल में एडमिड करने के साथ ही अन्य लक्षणों से राहत दिलाने के लिए सही इलाज किया जा सकता है।