Cholesterol: हाथ-पैरों में नजर आने लगें ये लक्षण, तो हो जाएं सावधान, हो सकते हैं हार्ट अटैक का शिकार
हेल्दी हार्ट के लिए कोलेस्ट्रॉल लेवल का सामान्य होना काफी आवश्यक होता है। इसकी वजह से दिल से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं। कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने की वजह से न केवल दिल बल्कि शरीर के अन्य अंगों से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं खासकर हाथ-पैरों में। जानें हाथ और पैरों में नजर आने वाले किन लक्षणों से कोलेस्ट्रॉल हाई होने का पता लगा सकते हैं।
By Swati SharmaEdited By: Swati SharmaUpdated: Sun, 18 Feb 2024 01:48 PM (IST)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Cholesterol: दिल का ख्याल रखने के लिए जरूरी है कि हमारी लाइफस्टाइल और डाइट हेल्दी रहे, ताकि हार्ट डिजीज के रिस्क फैक्टर्स को कम करने में मदद मिल सके। दिल की बीमारियों की सबसे बड़ी वजह होती है, शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होना। कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा होने की वजह से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा काफी बढ़ जाता है। यह आर्टरीज में प्लेग के रूप में इकट्ठा होने लगता है, जिस कारण से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसलिए जरूरी है कि कोलेस्ट्रॉल लेवल को नॉर्मल रेंज में रखा जाए।
क्या है पेरिफेरल आर्टरी डिजीज?
कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने पर शरीर में कुछ बदलाव नजर आने शुरू हो जाते हैं। इन लक्षणों की मदद से यह पता लगाया जा सकता है कि आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ तो नहीं गया है। कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने की वजह से कई बार हाथ या पैरों की आर्टरीज में प्लेग इकट्ठा हो जाता है, जिस कंडिशन को पेरिफेरल आर्टरी डिजीज कहा जाता है। यह कंडिशन ज्यादातर पैरों में नजर आती है, लेकिन यह हाथों में भी हो सकती है। इसलिए इसके लक्षणों की मदद से यह पता लगाया जा सकता है कि कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ा हुआ है। आइए जानते हैं, कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की वजह से हाथ-पैरों में क्या लक्षण नजर आ सकते हैं।
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हाथ-पैरों में झंझनाहट
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की वजह से आर्टरीज में प्लेग इकट्ठा होने लगता है, जिस कारण से ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट होती है। हाथ-पैरों तक सही मात्रा में खून न पहुंच पाने की वजह से अक्सर उनमें झंझनाहट का एहसास होना शुरू हो जाता है। इसलिए अगर अक्सर आपके साथ ऐसी समस्या हो रही है, तो यह कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का एक संकेत हो सकता है।पैरों में क्रैम्प्स आना
पैरों की आर्टरीज ब्लॉक होने की वजह से पैरों तक ठीक से ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता है, जिस कारण से चलते समय या किसी फिजिकल एक्टिविटी के दौरान पैरों में क्रैम्प्स आने की समस्या हो सकती है। इस कारण से व्यक्ति बहुत सीमित मात्रा में ही शारीरिक एक्टिविटी कर पाता है। इसलिए बार-बार पैरों में क्रैम्प्स महसूस होना, कोलेस्ट्रॉल बढ़े होने का वॉर्निंग साइन हो सकता है।