हर बार जानलेवा नहीं होता Brain Tumor, समय से इसकी पहचान बचा सकती है आपकी जान
इन दिनों कई लोग ब्रेन ट्यूमर (Brain Tumor) का शिकार हो रहे हैं। यह एक गंभीर समस्या है जो कई लोगों की मौत का कारण तक बन जाती है। ऐसे में जरूरी है कि इसे लेकर लोगों के बीच जागरूकता बनी रहे। सही समय पर इसके लक्षणों की पहचान कर आप इसके गंभीर परिणामों से बच सकते हैं। आइए जानते हैं इससे जुड़ी जरूरी बातें।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। ब्रेन ट्यूमर (Brain Tumor) एक गंभीर समस्या है, जो कई ज्यादातर मामलों में जानलेवा साबित होती है। ब्रेन या उसके आस-पास के सेल्स में असामान्य बढ़ोतरी को ब्रेन ट्यूमर कहा जाता है। यह मस्तिष्क के टिश्यूज में हो सकता है और ब्रेन के टिश्यूज के पास भी हो सकता है। ये बिनाइन या मेलिग्नेंट हो सकते हैं यानी जो ग्रोथ कैंसर न हो वो बिनाइन कहलाती है और जो कैंसर युक्त हो, वो मेलिग्नेंट कहलाती है।
ब्रेन ट्यूमर जानलेवा साबित भी हो सकता है, इसलिए सही समय पर इसकी पहचान कर इसके गंभीर परिणामों से बचा सकता है। ऐसे में ब्रेन ट्यूमर के प्राथमिक लक्षणों को नजरअंदाज न करें और इन्हें गंभीरता से लें। आइए जानते हैं कि कैसे करें ब्रेन ट्यूमर की पहचान-यह भी पढ़ें- Asthma की अधूरी जानकारी बन सकती है परेशानी की वजह, यहां जानें इससे जुड़े कुछ आम मिथक और सच्चाई
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण
- सीजर्स
- कंफ्यूजन
- सुनने में दिक्कत
- बोलने में दिक्कत
- याद्दाश्त कमजोर होना
- बिना कारण उल्टी और मितली
- शरीर संतुलित रखने में दिक्कत
- पर्सनेलिटी या व्यवहार में बदलाव
- मांसपेशियों में ऐंठन और अकड़न
- सिरदर्द का कोई नया पैटर्न जो हर दिन बढ़ता जा रहा हो।
- ब्लर विजन, डबल विजन या कुछ मामलों में दिखना बंद हो जाना
- हाथ या पैर में धीरे-धीरे सेंसेशन खत्म होता महसूस होना या कमजोरी महसूस होना
ब्रेन ट्यूमर के प्रकार
प्राइमरी ब्रेन ट्यूमर वे होते हैं, जो ब्रेन में ही शुरू होते हैं। ये हाई ग्रेड (तेज़ी से बढ़ने वाले) या लो ग्रेड(धीमी गति से बढ़ने वाले) हो सकते हैं। उम्र, रेडिएशन एक्सपोजर, पारिवारिक इतिहास कुछ ऐसे कारक हो सकते हैं, जो किसी व्यक्ति में ब्रेन ट्यूमर होने की संभावना को बढ़ाते हैं।
यहां इस बात का विशेष ध्यान देना चाहिए कि सभी ब्रेन ट्यूमर कैंसर नहीं होते हैं। लगभग 120 प्रकार के ब्रेन ट्यूमर पाए जाते हैं, लेकिन ट्यूमर किस प्रकार का है ये ट्यूमर से प्रभावित हिस्से पर निर्भर करता है। ग्लियोमा, मेनिंजियोमा, पिट्यूटरी एडिनोमा, मेटास्टेटिक ट्यूमर, मेड्यूलोब्लास्टोमा इसके कुछ विशेष प्रकार हैं।
ब्रेन ट्यूमर का डायग्नोसिस
डॉक्टर से परामर्श लें। वे न्यूरोलॉजिकल एग्जाम, MRI, बायोप्सी, CT या PET स्कैन कर के सही डायग्नोसिस बनाएंगे और ब्रेन ट्यूमर है भी या नहीं इसका पता लगाएंगे। अगर ट्यूमर है, तो इसके प्रकार का पता लगाया जाएगा, जिससे उसी अनुसार इलाज प्लान किया जा सके।
ब्रेन ट्यूमर का इलाज
- सर्जरी
- रेडिएशन थेरेपी
- कीमोथेरेपी
- स्टेरॉइड थेरेपी
- स्टेम सेल ट्रांसप्लांट
- पैलिएटिव केयर