Joint Pain: किचन में मौजूद इन चीजों के सेवन से जोड़ों के दर्द की समस्या को झट से करें दूर
By Pravin KumarEdited By: Updated: Thu, 15 Sep 2022 09:43 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Joint Pain: जोड़ों के दर्द की समस्या आजकल आम बात हो गई है। शरीर में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी की वजह से जोड़ों में दर्द की समस्या होती है। इसके अलावा, थकान, चोट, गठिया और बढ़ती उम्र के चलते भी जोड़ों में दर्द होता है। एक रिपोर्ट की मानें तो देश में हर पांच में एक व्यक्ति गठिया रोग से पीड़ित है। पहले यह बीमारी केवल बुजर्गों में देखी जाती थी, लेकिन अब कम उम्र के लोगों में भी गठिया के लक्षण देखे जाते हैं। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को चलने में दिक्कत होती है। साथ ही उठने और बैठने में भी कठिनाई होती है। अगर आप भी जोड़ों के दर्द की समस्या से परेशान हैं, तो किचन में मौजूद इन चीजों का सेवन कर निजात पा सकते हैं। आइए जानते हैं-
प्याज और लहसुनजानकारों की मानें तो प्याज और लहसुन के सेवन से जोड़ों के दर्द को दूर किया जा सकता है। इसके लिए लहसुन और सरसों के तेल को गुनगुना गर्म कर लें। अब इसे दर्द वाले जगहों पर लगाएं। साथ ही हल्के हाथों से मालिश करें। लहसुन में एंटी इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं, जो सूजन कम करने में मददगार साबित होते हैं। वहीं, प्याज में भी दर्द को दूर करने के लिए आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके लिए डाइट में प्याज को जरूर शामिल करें।
ग्रीन टी ग्रीन टी सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इसके सेवन से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है। साथ ही सूजन भी कम होती है। इसमें Epigallocatechin-3-gallate (EGCG) एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। इससे जोड़ों के दर्द में बहुत जल्द आराम मिलता है। इसके लिए रोजाना सुबह और शाम में ग्रीन टी जरूर पिएं।
सेब का सिरका
सेब का सिरका वजन घटाने से लेकर जोड़ों के दर्द में फायदेमंद साबित होता है। इसमें कई आवश्यक पोषक तत्व जैसे मैग्नीशियम, पोटैशियम, कैल्शियम और फास्फोरस पाए जाते हैं। जोड़ों में दर्द कैल्शियम की कमी से भी होती है। सेब के सिरके में कैल्शियम पाया जाता है। इसके लिए एक गिलास गुनगुने गर्म पानी में एक चम्मच सेब का सिरका और एक चम्मच शहद मिलाकर सेवन करें। इससे जोड़ों के दर्द में जल्द आराम मिलता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।