Vaccination Blood Clotting: भारत में वैक्सीन से ब्लड क्लॉटिंग के मामले मामूली, ऐसे करें लक्षणों की पहचान
Vaccination Blood Clotting ब्लड क्लॉटिंग के सभी मामले उन लोगों के हैं जिन्होंने कोविशील्ड वैक्सीन ली है। वहीं भारत बायोटेक द्वारा बनाई गई कोवैक्सीन को लेकर AEFI कमेटी को ब्लड क्लॉटिंग की एक भी शिकायत नहीं मिली है।
By Ruhee ParvezEdited By: Updated: Tue, 18 May 2021 12:31 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Vaccination Blood Clotting: भारत में कोरोना वायरस वैक्सीनेशन की शुरुआत जनवरी 2021 में हुई थी, तब से लेकर अब तक 23000 से ज्यादा एडवर्स इफेक्ट के मामले सामने आ चुके हैं। ये मामले देश के 684 जिलों से हैं। जिनमें से 700 मामले गंभीर और बेहद गंभीर हैं। गंभीर और सीवियर मामलों की जांच जब एईएफआई कमेटी ने की तो उसमें 26 मामले ब्लड क्लॉटिंग के सामने आए।
कोविशील्ड वैक्सीन से हो रही ब्लड क्लॉटिंगब्लड क्लॉटिंग के सभी मामले उन लोगों के हैं, जिन्होंने कोविशील्ड वैक्सीन ली है। वहीं, कोवैक्सीन को लेकर AEFI कमेटी को ब्लड क्लॉटिंग की एक भी शिकायत नहीं मिली है। कोविशील्ड के मामले में यूके में 4 मामले प्रति मिलियन और जर्मनी में 10 मामले प्रति मिलियन ब्लड क्लॉटिंग की शिकायत आई है। अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एडवाइज़री जारी की है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की एडवाइज़रीस्वास्थ्य मंत्रालय ने हेल्थ केयर वर्कर और खासकर कोविशील्ड लेने वाले लोगों के लिए एडवाइज़री जारी की है, ताकि वे ब्लड क्लॉटिंग के लक्षणों को लेकर सतर्क रहें। इसमें बताया गया है कि टीका लेने के 20 दिन तक ब्लड क्लॉटिंग के लक्षण दिख सकते हैं। जिसमें सीने में दर्द, सांस की तकलीफ, पेट में दर्द, कमज़ोरी, देखने में दिक्कत आदि शामिल हैं। अगर वैक्सीन लगने के बाद आपको ये लक्षण दिखते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें।
.@MoHFW_INDIA is issuing advisories to healthcare workers & vaccine beneficiaries to encourage people to be aware of suspected thromboembolic (blood clotting) symptoms occurring within 20 days after receiving any #COVID19 vaccine (particularly Covishield)https://t.co/HxPI0d8hWt" rel="nofollow pic.twitter.com/mmRpKw0oua
— PIB India (@PIB_India) May 17, 2021
Disclaimer:लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।