कफ सिरप कोरोना के मरीजों के लिए और खतरनाक: रिसर्च
कोरोना के मरीजों को खांसी के लिए दिया जाने वाला कफ सिरप संक्रमण को और तेजी से बढ़ा सकता है। अध्ययन के मुताबिक कोरोना के मरीजों को कफ सिरप नहीं दें।
By Shilpa SrivastavaEdited By: Updated: Tue, 05 May 2020 02:42 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोविड-19 एक नया वायरस है, जिससे दुनिया काफी कम वाकिफ है। इसके फैलने का कारण सब जानते हैं, लेकिन उससे बचाव के उपाय किसी के पास नहीं है। हर दिन वैज्ञानिक इस वायरस से बचाव के उपाय तलाशते के लिए जोर-आजमाइश करते हैं। वायरस के नए-नए लक्षणों का हर दिन खुलासा हो रहा है। हाल ही में साइंस मैगजीन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ खांसी की दवाओं के कारण कोरोना का संक्रमण शरीर में और तेजी से फैल सकता है। ऐसे में खांसी से पीड़ित कोरोना मरीजों के लिए यह शोध चिंता का विषय है।
दरअसल वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि लैब में इंसानों की कोशिकाओं पर खांसी की इन दवाओं की जांच की गई तो पता चला कि इन दवाओं में मौजूद एक केमिकल शरीर में कोरोना के संक्रमण को और तेजी से बढ़ा सकता है।आपको बता दें कि यह शोध कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के सैन-फ्रांसिस्को स्कूल ऑफ फॉर्मेसी में की गई थी। इस शोध पर काम कर रहे ब्रायन सोईसेट ने बताया कि कफ सिरप को डॉक्टर मरीजों की खांसी को ठीक करने के लिए उपयोग में लाते हैं। उसमें मौजूद डेक्सट्रोमिथोर्फन केमिकल कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के लिए बेहद खतरनाक है। इस रसायन की मदद से शरीर में कोरोना का संक्रमण और तेजी से फैल सकता है।
शोधकर्ता ब्रायन ने कहा कि इससे आम खांसी वाले मरीजों को बिल्कुल खतरा नहीं है, लेकिन जो कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, उन्हें फौरन छोड़ देना चाहिए।उन्होंने कहा कि हमने यह प्रयोग मंकी सेल पर किया है। वहीं, व्यक्तियों पर इसका और बुरा प्रभाव पड़ने की संभावना है। आपको बता दें कि ब्रायन और उनकी टीम अंतराष्ट्रीय स्तर पर गठित वैज्ञानिकों की टीम का हिस्सा है, जो कोरोना वायरस में पाये जाने वाले प्रोटीन और इंसानों में पाये जाने वाले प्रोटीन के बीच शोध कर रहे हैं।
Written By Shahina Noor