COVID-19 ही नहीं, ये हेल्थ कंडीशन भी कर सकती हैं कॉग्निटिव हेल्थ प्रभावित, स्टडी में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
कोविड का आपकी कॉग्निटिव हेल्थ को काफी प्रभावित करता है लेकिन क्या निमोनिया और कार्डियक अरेस्ट जैसी बीमारियों का भी आपके कॉग्निटिव हेल्थ पर प्रभाव पड़ता है। दरअसल एक स्टडी में इस बारे में खुलासा हुआ है जो काफी चौंकाने वाला है। इस स्टडी में कोविड की वजह से कॉग्निटिव हेल्थ पर पड़ने वाले प्रभाव को समझने की कोशिश की गई है। जानें क्या पाया इस स्टडी में।
By Swati SharmaEdited By: Swati SharmaUpdated: Sat, 30 Dec 2023 12:40 PM (IST)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। COVID-19: कोविड -19 के मामले फिर से तेजी से बढ़ रहे हैं, जो चिंता का विषय है। इसी बीच एक चौंकाने वाली स्टडी सामने आई है, जिसमे कोविड-19 का कॉग्निटिव हेल्थ पर क्या प्रभाव पड़ता है इस बारे में रिसर्च की गई है। हाल ही में यूनिवर्सिटी ऑफ कोपेनहेगन, डेनमार्क में हुई यह स्टडी जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन (JAMA) नेटवर्क ओपन में प्रकाशित हुई है। इस शोध में 345 लोगों को शामिल किया गया, जिसमें 120 कोविड के मरीज थे और 125 वे लोग थे जो निमोनिया, कार्डियक अरेस्ट और अन्य दूसरी बीमारियां जिसके लिए उन्हें हॉस्पिटलाइज्ड किया गया हो और 100 हेल्दी पार्टिसिपेंट्स थे।
इस शोध के लिए इन लोगों की कॉग्निटिव हेल्थ को 18 महीनों तक नोटिस किया गया और यह पाया गया कि कोविड के मरोजों की कॉग्निटिव हेल्थ, न्यूरोलॉजिकल और साइकोलॉजिकल हेल्थ हेल्दी पार्टिसिपेंट्स की तुलना में खराब पाई गई। निमोनिया, कार्डियक अरेस्ट आदि बीमारियों की वजह से अस्पताल या आईसीयू में भर्ती हुए मरीजों की कॉग्निटिव हेल्थ भी हेल्दी लोगों की तुलना में बिगड़ी हुई पाई गई। लेकिन कोविड और नॉन कोविड बीमारियों के मरीजों की दिमागी सेहत में ज्यादा कोई अंतर नहीं पाया गया।
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अस्पताल में भर्ती हुए मरीजों में हेल्दी लोगों की तुलना में एंग्जायटी और डिप्रेशन का खतरा अधिक होता है। इस रिसर्च की मदद से कोविड-19 के बाद ब्रेन हेल्थ के बारे में चितांओं को समझने में मदद मिलेगी। लेकिन इस स्टडी से यह बात समझी जा सकती है कि कॉग्निटिव हेल्थ पर नकारात्मक प्रभाव केवल कोविड-19 की वजह से नहीं बल्कि बीमारियों की गंभीरता पर निर्भर करता है।
इस स्टडी के रिसर्चर्स ने कहा कि स्मेलिंग सेन्स और एक्सिक्यूटिव फंक्शन को छोड़कर, सभी मूल्यांकनों से पता चला है कि अस्पताल में भर्ती कोविड-19 के मरीजों का प्रदर्शन स्वस्थ व्यक्तियों की तुलना में खराब था, लेकिन समान रूप से गंभीर बीमारियों के साथ अस्पताल में भर्ती मरीजों की तुलना में खराब नहीं था।
इस स्टडी से यह समझा जा सकता है कि कॉग्नीटिव हेल्थ का ख्याल रखने के लिए गंभीर बीमारियों से बचाव करना भी काफी आवश्यक है। अपनी सेहत को तंदरुस्त रखने के लिए अपनी डाइट, लाइफस्टाइल आदि का ख्याल रखना जरूरी है। हेल्दी फूड आइटम्स जैसे हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज, दही आदि को खाने में प्रेफरेंस दें। साथ ही, रोज एक्सरासइज करें। रेस्पिरेटरी डिजीज से बचाव के लिए हाइजिन का ख्याल रखें, साथ ही, मास्क लगाएं ताकि हवा से फैलने वाली बीमारियों से बचाव किया जा सके। स्मोकिंग और ड्रिंकिंग से दूर रहें। इसके अलावा, इन हेल्दी आदतों की मदद से कॉग्निटिव हेल्थ को भी स्वस्थय रखने में मदद मिलती है।
यह भी पढ़ें: क्या तेजी से बढ़ रहा है आपके बच्चे का वजन, तो हो सकती हैं उसके पीछे ये वजहेंDisclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
Picture Courtesy: Freepik
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