Covid XEC Variant: तेजी से फैल रहा कोरोना का नया वेरिएंट, 5 प्वाइंट्स में जानें इससे जुड़े सभी सवालों के जवाब
कोरोना वायरस एक बार फिर पूरी दुनिया को डराने का काम कर रहा है। इस बार यह एक नए रूप में सामने आया है जिसे XEC वेरिएंट कहा जा रहा है। कई यूरोपीय देशों में इस वेरिएंट (COVID XEC Variant) के कारण कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में इस आर्टिकल में आपको इससे जुड़ी 5 जरूरी बातें बताने जा रहे हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। पूरी दुनिया को हिलाकर रख देने वाली कोविड-19 महामारी का प्रकोप अभी थमा नहीं है। इन दिनों इसके नए वेरिएंट (COVID-19 variant XEC) ने यूरोप में तबाही के हालात पैदा कर दिए हैं। वैज्ञानिकों को चिंता इसलिए है क्योंकि यह पिछले स्ट्रेन की तुलना में ज्यादा संक्रामक है, जिसका मतलब है कि यह व्यक्ति से व्यक्ति में तेजी से फैल सकता है। यह नया वैरिएंट XEC, दो अन्य वैरिएंट्स KS.1.1 और KP.3.3 का संयोजन है। इनमें से KS.1.1 एक FLiRT वेरिएंट भी है, जो दुनिया भर में कई देशों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है।
हालांकि, इसके लक्षण ओमिक्रॉन वैरिएंट की तरह हल्के हैं जैसे कि बुखार, खांसी और थकान, लेकिन वैज्ञानिक अभी इस बात का अध्ययन कर रहे हैं कि मौजूदा वैक्सीन इस नए वेरिएंट के खिलाफ कितनी असरदार है। विशेषज्ञों का मानना है कि सर्दियों के मौसम में यह वैरिएंट और अधिक तेजी से फैल सकता है, क्योंकि ठंड के मौसम में वायरस ज्यादा समय तक जीवित रहते हैं। चलिए इस आर्टिकल में आपको Covid XEC Variant से जुड़ी कुछ बेहद जरूरी बातों के बारे में बताते हैं, जिन्हें जानकर आप इस खतरनाक वायरस से अपना बचाव कर सकते हैं।
1) तेजी से फैलता है नया वेरिएंट
रिपोर्ट्स के मुताबिक, XEC वेरिएंट मात्र कुछ महीनों में ही 27 से ज्यादा देशों में फैल चुका है। यूरोप में इस वेरिएंट के कारण संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। तीन सितंबर तक, अमेरिका में भी 23 मामले दर्ज किए गए थे। डेनमार्क और जर्मनी जैसे देशों में भी अधिकांश संक्रमण इसी वेरिएंट के कारण हुए हैं। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि XEC वेरिएंट तेजी से फैल रहा है और इसकी संक्रामकता दर काफी ज्यादा है।
2) कई बार म्यूटेट हुआ है वायरस
विशेषज्ञों की मानें, तो कोविड-19 का नया वेरिएंट XEC अन्य वेरिएंट्स की तुलना में कहीं ज्यादा म्यूटेशन से गुजरा है। इन म्यूटेशन के कारण XEC वेरिएंट ज्यादा संक्रामक हो गया है और तेजी से फैल रहा है। इसलिए, संक्रमण से बचने के लिए शारीरिक दूरी बनाए रखना, मास्क पहनना और हाथों को बार-बार धोना जैसे उपायों को अपनाना बहुत जरूरी है।
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3) गंभीर नहीं हैं लक्षण
सभी नए कोरोनावायरस वेरिएंट्स ओमिक्रॉन से ही पैदा हुए हैं। इन नए वेरिएंट्स के लक्षण भी ओमिक्रॉन के लक्षणों के समान ही हैं, जो आमतौर पर हल्के होते हैं। XEC वेरिएंट में भी बुखार, खांसी, गले में खराश, नाक बहना, स्वाद या गंध चले जाना, सांस लेने में तकलीफ, शरीर में दर्द, सिरदर्द, मतली और दस्त जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं।
4) क्या वैक्सीन से होगा बचाव?
कोविड-19 के नए स्ट्रेन KP.2 को ध्यान में रखते हुए एक नई वैक्सीन बनाई गई है, लेकिन वायरस लगातार बदल रहा है और वैक्सीन के अपडेट होने की गति से कहीं ज्यादा तेजी से विकसित हो रहा है। हालांकि, वैक्सीन अभी भी गंभीर बीमारी से बचाने में सबसे कारगर तरीका है। ओमिक्रॉन और इसके सब-वेरिएंट्स के खिलाफ बूस्टर डोज काफी कारगर साबित हो सकती हैं।
5) सर्दियों में बढ़ेगा खतरा?
स्क्रिप्स रिसर्च ट्रांसलेशनल इंस्टिट्यूट के निदेशक, एरिक टॉपोल ने हाल ही में एक सोशल मीडिया पोस्ट में चेतावनी दी है कि XEC वेरिएंट अगले कुछ महीनों में तेजी से फैलने वाला सबसे बड़ा कोरोना वायरस वेरिएंट बन सकता है। टॉपोल का मानना है कि XEC वेरिएंट अन्य वेरिएंट्स की तुलना में ज्यादा संक्रामक है और जल्द ही दुनिया भर में अपने पैर पसार सकता है।
Disclaimer: लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो, तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।