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Wetland Virus: चीन में सामने आया एक और घातक वायरस, गंभीर मामलों में दिमाग को पहुंचा सकता है नुकसान

हाल ही में चीन में एक नया वायरस WELV (Wetland Virus in China) पाया गया है जो इंसानों के लिए काफी घातक साबित हो सकता है। आपको बता दें कि ये वायरस मामूली टिक्स से फैलता है लेकिन कुछ मामलों में संक्रमित व्यक्ति को काफी गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। आइए जानें इस बारे में वैज्ञानिकों ने अभी तक क्या खोज की है।

By Swati Sharma Edited By: Swati Sharma Updated: Tue, 10 Sep 2024 02:12 PM (IST)
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चीन में मिला WELV नाम का नया वायरस (Picture Courtesy: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। चीन में हाल ही में एक नया वायरस (New Virus in China) सामने आया है, जिसका नाम Wetland Virus (WELV) है। इस वायरस ने वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंता में डाल दिया है। इसकी वजह जानकर आपके भी पसीने छूट सकते हैं। आपको बता दें कि यह वायरस टिक के काटने से फैलता है, लेकिन इसके परिणाम काफी गंभीर हो सकते हैं। इस वायरस की वजह से कुछ मामलों में गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्याएं (What are the diseases caused by wetlands?) भी पैदा हो सकती हैं।

कब मिला यह वायरस?

आपको बता दें कि WELV को सबसे पहली पहचान 2019 में चीन के जिनझोउ शहर में एक 61 वर्षीय व्यक्ति में हुई थी। इस व्यक्ति को इनर मंगोलिया के वेटलैंड में टिक ने काटा था, जिसके पांच दिनों बाद उसमें बुखार, सिरदर्द और उल्टी जैसे लक्षण नजर आने लगे थे। मरीज में एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस के संकेत भी नजर आ रहे थे।

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किन जीवों में पाया जाता है यह वायरस?

इसके बाद वैज्ञानिकों ने उत्तरी चीन में गहन अध्ययन किया और पाया कि इस क्षेत्र में पाए जाने वाले लगभग 2% टिक्स में WELV मौजूद था। विशेष रूप से, Haemaphysalis concinna नाम की टिक प्रजाति में यह वायरस ज्यादा पाया गया। WELV RNA भेड़, घोड़े, सूअर और ट्रांसबाइकल जोकर नाम के रोडेंट्स में भी पाया गया है। ये वायरस न सिर्फ मानव कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा रहा है, बल्कि जानवरों में भी घातक संक्रमण का कारण बन चुका है।

संक्रमित होने पर कैसे लक्षण नजर आते हैं?

शोधकर्ताओं ने क्षेत्र के फॉरेस्ट रेंजर्स के ब्लड सैंपल का भी विश्लेषण किया और पाया कि 640 में से 12 लोगों में WELV के लिए एंटीबॉडी मौजूद थे। टिक के काटने वाले रोगियों पर किए गए आगे के परीक्षणों से पता चला कि 20 व्यक्ति WELV पॉजिटिव पाए गए। इन मरीजों में बुखार, चक्कर आना, सिरदर्द, मतली और दस्त जैसे लक्षण देखे गए। इतना ही नहीं, एक मरीज इस वायरस के कारण कोमा में भी चला गया था।

हालांकि, ज्यादातर मरीज इलाज के बाद ठीक हो गए, लेकिन चूहों पर किए गए प्रयोगों से पता चला कि WELV घातक इन्फेक्शन का कारण बन सकता है और कुछ मामलों में नर्वस सिस्टम को भी प्रभावित कर सकता है।

WELV से जुड़ी कुछ जरूरी बातें

  • WELV टिक के काटने से फैलता है।
  • यह वायरस मस्तिष्क सहित कई अंगों को प्रभावित कर सकता है।
  • WELV से बचाव के लिए टिक से बचाव के उपायों को अपनाना जरूरी है।
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