Delhi Air Pollution: प्रदूषण के कारण अस्थमा के मरीजों की बढ़ सकती है परेशानी, ऐसे रखें अपनी सेहत का ख्याल
Delhi Air Pollution बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत आंखों में जलन आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अस्थमा के मरीजों को प्रदूषण में सबसे ज्यादा खामियाजा भुगतना पड़ता है इसलिए प्रदूषण के बीच मरीजों को कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए जिससे वो किसी भी तरह के परेशानी से बचे रहें।
By Saloni UpadhyayEdited By: Saloni UpadhyayUpdated: Wed, 25 Oct 2023 01:30 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Delhi Air Pollution: दिल्ली के साथ देश के तमाम शहरों में प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ रहा है। हर साल यह समस्या सर्दियों के मौसम में सबसे ज्यादा होती है। बढ़ते प्रदूषण के कारण आंखों में जलन, खांसी, सांस फूलने आदि की समस्या होती है।
प्रदूषण बढ़ने के कारण अस्थमा के मरीजों की परेशानी और बढ़ जाती है। अगर प्रदूषण के बीच इनका ध्यान नहीं रखा जाए, तो अस्थमा का अटैक भी आ सकता है। तो आइए जानते हैं, अस्थमा के मरीज कैसे अपनी सेहत का ख्याल रखें।
यह भी पढ़ें: स्टडी में खुलासा, डैश डाइट फॉलो करने से कम हो सकता है डिमेंशिया का खतरा
प्रदूषण में अस्थमा के मरीज इस तरह रखें अपना ख्याल
- अगर आप कहीं बाहर घूमने जा रहे हैं या ट्रैवल कर रहे हैं, तो अपना इन्हेलर साथ रखें।
- एक ही बार में बहुत ज्यादा खाना न खाएं। 2-3 घंटे के अंतराल के पर हेल्दी चीजें खाने की कोशिश करें। बहुत अधिक तले हुए खाद्य पदार्थ खाने से बचें। दरअसल, ऑयली फूड्स खाने से गले की खराश बढ़ सकती है, जिससे आपको घुटन भी महसूस होगी।
- अगर आप अस्थमा के मरीज हैं, तो रोजाना रात में सोने से पहले एक कप गर्म पानी पिएं, जिससे पाचन में सहायता मिलता है और श्वसन तंत्र से भी टॉक्सिक पदार्थ बाहर निकलते हैं।
- आप अपनी डाइट में हल्दी वाला दूध भी शामिल कर सकते हैं, इसे रोजाना रात में पिएं। इसे पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसके अलावा शरीर के टॉक्सिक पदार्थ भी बाहर निकलते हैं।
- प्रदूषण से बचने के लिए रोजाना सुबह खाली पेट एक गिलास गर्म पानी पी सकते हैं । चाहें तो आप गरारे भी कर सकते हैं, इससे भी अस्थमा के मरीजों को फायदा मिलेगा।
- ऐसी जगहों पर न जाएं, जहां ज्यादा प्रदूषण हो। त्योहार के दौरान बच्चे पटाखे फोड़ते हैं, ऐसे में इन जगहों पर भी जाने से बचें। अगर आप ऐसी जगहों पर जाएं भी, तो अपने चेहरे को रूमाल से ढक लें या मास्क का उपयोग कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें: डिलीवरी में न हो कोई परेशानी, इसके लिए प्रेग्नेंसी के आखिरी महीनों में ऐसे रखें ध्यान
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें किसी पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
Pic credit- freepik