डेंगू बुखार कैसे साबित हो सकता है जानलेवा, डॉक्टर से जानें कब हो जाना चाहिए सावधान?
डेंगू एक खतरनाक बीमारी साबित हो सकती है खासकर जब वक्त पर इलाज न किया जाए। कई मामलों में डेंगू के कारण जान जाने का जोखिम भी रहता है। हालांकि ऐसा सभी मामलों में नहीं होता लेकिन कई बार स्थिति इतनी बिगड़ जाती है कि मरीज की जान भी चली जाती है। आइए जानते हैं कब डेंगू घातक साबित हो सकता है और इससे कैसे बचें (Dengue Fever Prevention Tips)।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Is Dengue Life-Threatening: डेंगू एक वायरस से होने वाली बीमारी है, जो एडीज मच्छर के काटने से फैलती है। यह बीमारी आमतौर पर सही देखभाल से आसानी से ठीक हो जाती है, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर रूप ले सकती है और जानलेवा भी साबित हो सकती है। किन स्थितियों में डेंगू का बुखार जानलेवा (Is Dengue Dangerous) साबित हो सकता है, इस बारे में जानने के लिए हमने डॉ. राजीव डांग (मैक्स सुपर स्पेशियेलिटी हॉस्पिटल, गुरुग्राम के मेडिकल डायरेक्टर और इंटरनल मेडिसिन विभाग के सीनिय डायरेक्टर और एचओडी) से बात की। आइए जानें इस बारे में उन्होंने क्या बताया।
डेंगू कैसे होता है? (Dengue Fever Causes)
डेंगू वायरस चार अलग-अलग प्रकार के होते हैं। एक बार संक्रमित होने पर, व्यक्ति एक तरह के वायरस के लिए जीवन भर इम्यून हो जाता है, लेकिन इसके वायरस दूसरे प्रकारों से संक्रमित हो सकता है। बार-बार इन्फेक्शन डेंगू हेमोरेजिक बुखार (DHF) या डेंगू शॉक सिंड्रोम (DSS) जैसे गंभीर रूपों का खतरा बढ़ा सकता है।
डेंगू के लक्षण (Dengue Fever Symptoms)
डेंगू के लक्षण आमतौर पर बुखार शुरू होने के 4-7 दिन बाद दिखाई देते हैं। इनमें शामिल हैं-- अचानक तेज बुखार आना
- प्लेटलेट्स लगातार कम होना
- ल्युकोसाइट्स का बढ़ना
- सिरदर्द
- आंखों के पीछे दर्द
- मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
- थकान
- जी मिचलाना और उल्टी
- त्वचा पर लाल चकत्ते
इसके गंभीर लक्षणों में ब्लीडिंग, शरीर के अलग हिस्सों में फ्लूड जमा होना और ब्लड प्रेशर काफी कम होना शामिल है।
यह भी पढ़ें: Dengue से रिकवर होने के बाद भी जरूरी है खास देखभाल, डॉक्टर के बताए टिप्स से रखें अपना ख्याल
डेंगू के गंभीर रूप
डेंगू के गंभीर रूपों में डेंगू हेमोरेजिक बुखार (DHF) और डेंगू शॉक सिंड्रोम (DSS) शामिल हैं। DHF में रक्तस्राव का खतरा बढ़ जाता है, जबकि DSS में ब्लड प्रेशर गिर जाता है और शरीर के अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती।
डेंगू कैसे मौत का कारण बनता है?
डॉ. डांग बताते हैं कि अगर डेंगू का बुखार सही तरीके से मैनेज नहीं किया जाए, तो कई ऐसे कॉम्प्लिकेशन हो सकते हैं, जिनके कारण मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है। जिन लोगों को मोटापा, अस्थमा, हाइपरटेंशन या कोई कार्डियोवैस्कुलर डिजीज हो, उनमें इसका ज्यादा खतरा रहता है।साथ ही, 5 साल से कम उम्र के बच्चे और 45 साल से ज्यादा उम्र के वयस्क या जिन लोगों को पहले भी डेंगू हो चुका हो, उनमें इसका खतरा और बढ़ जाता है। किडनी से जुड़ी समस्या होने पर भी इसका खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, जिन लोगों को वक्त पर सही इलाज मिलता है, उनमें एक प्रतिशत से भी कम मौत के मामले सामने आते हैं, लेकिन इलाज न मिल पाने वाले मामलों में मृत्यु की दर 10-20 प्रतिशत तक बढ़ सकती हैं। इसलिए वक्त रहते इसके लक्षणों की पहचान करके इलाज करवाना जरूरी है, ताकि इससे जुड़े कॉम्प्लिकेशन से बचा जा सके।डेंगू से बचाव कैसे करें? (Dengue Fever Prevention Tips)
डेंगू से बचाव के लिए ये उपाय किए जा सकते हैं-- मच्छरों से बचाव- मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी का इस्तेमाल करें, लंबे कपड़े पहनें और घर के आसपास पानी जमा न होने दें।
- स्वच्छता का ध्यान रखें- अपने आसपास साफ-सफाई रखें और कूड़ेदान को ढककर रखें।
- डॉक्टर से संपर्क करें- अगर आपको डेंगू के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।