Dengue vs Malaria: क्या किसी व्यक्ति को एक साथ हो सकता है डेंगू और मलेरिया? जानें एक्सपर्ट की राय
Dengue vs Malaria देशभर में डेंगू और मलेरिया का कहर जारी है। देश के अलग-अलग इलाकों से लगातार इन बीमारियों के मामले सामने आ रहे हैं। डेंगू और मलेरिया मच्छरों से होने वाली गंभीर बीमारियां हैं जो अक्सर बरसात के मौसम में लोगों को अपना शिकार बनाती हैं। ऐसे में डेंगू और मलेरिया से के बारे में कुछ जरूरी बाते जानने के लिए हमने विशेषज्ञ से बात की।
By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Mon, 18 Sep 2023 04:42 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Dengue vs Malaria: बरसात आते ही बीमारियों और संक्रमणों का दौर शुरू हो जाता है। बीते दिनों जहां आई फ्लू की वजह से देशभर में लोग परेशान थे, तो वहीं अब डेंगू ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। देश के कई हिस्सों से लगातार डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं। इतना ही नहीं भारत के अलावा पड़ोसी देश बांग्लादेश में भी डेंगू ने आतंक मचा रखा है। ऐसे में जरूरी है कि इस गंभीर बीमारी से बचा जाए और खुद को सुरक्षित रखा जाए।
डेंगू के अलावा इस मौसम में मलेरिया का खतरा भी काफी बढ़ जाता है। डेंगू के अलावा देश के कुछ इलाकों से मलेरिया के मामले भी सामने आ रहे हैं। डेंगू और मलेरिया दोनोंं ही मच्छरों से होने वाली गंभीर बीमारियां, जो मच्छरों के काटने से फैलती हैं। हालांकि, इन दोनों ही बीमारियों को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल भी रहते हैं। ऐसे में मलेरिया और डेंगू के बारे में कुछ जरूरी बातें जानने के लिए हमने विशेषज्ञ से बात की।
मलेरिया और डेंगू में समानता
मलेरिया और डेंगू दोनों में ही कई सारी समानताएं हैं। यह दोनों की बीमारी आमतौर पर बरसात के मौसम में फैलती है और दोनों की मच्छरों के काटने फैलती है। इन दोनों ही बीमारियों में पीड़ित को तेज बुखार होता है, जिससे शरीर के तापमान में वृद्धि होती है। इसकी वजह से व्यक्ति को थकान और कमजोरी भी महसूस होती है। हालांकि, समानताओं के अलावा भी दोनों बीमारियों में कई अंतर भी हैं, जिसके बारे में गुरुग्राम के सीके बिड़ला हॉस्पिटल में इंटरनल मेडिसिन के प्रमुख सलाहकार डॉ. तुषार तायल से बात की।यह भी पढ़ें- शरीर में बढ़ जाए Iron तो हो सकती है कई बीमारियां, सप्लीमेंट लेते हैं तो हो जाए सावधान!
डेंगू और मलेरिया में क्या अंतर है?
मलेरिया
डॉक्टर तुषार बताते हैं कि मलेरिया प्लास्मोडियम नामक पैरासाइट के कारण होता है, जो मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है। प्लास्मोडियम के दो सबसे सामान्य प्रकार विवैक्स और फाल्सीपेरम हैं, जो इंसानों को संक्रमित करते हैं। इनमें से फाल्सीपेरम ज्यादा घातक है और सेरेब्रल मलेरिया का कारण बनता है।मलेरिया के लक्षण
बात करें मलेरिया के लक्षणों की, तो इस बीमारी में मच्छर के काटने के 10-15 दिन बाद लक्षण दिखाई देने शुरू होते हैं, जो निम्न प्रकार है-
- ठंड और अत्यधिक कंपकंपी के साथ बुखार आना
- सिरदर्द, बदन दर्द और जोड़ों का दर्द
- पीलिया और कम हीमोग्लोबिन
- लो ब्लड शुगर लेवल
- यूरिन से खून आना
- दौरे पड़ना और कोमा (खासकर फाल्सीपेरम मलेरिया में)
डेंगू
डेंगू भी मच्छरों से फैलने वाली एक बीमारी है। हालांकि, मलेरिया से अलग यह बीमारी एडीज प्रजाति के मच्छर के काटने से लोगों में फैलती है। यह एक तरह का संक्रमण है, जो डेंगू वायरस (DENV) के कारण होता है, जो हड्डियों तक जाकर उन्हें कमजोर बना देता है। यही वजह है कि इसे हड्डी तोड़ बुखार भी कहते हैं।डेंगू के लक्षण
डेंगू के लक्षण आम तौर पर मच्छर के काटने के 1 सप्ताह बाद शुरू होते हैं। इसके लक्षण कई बार काफी हल्के होते हैं, जो अपने आप ही ठीक हो जाते हैं। डेंगू के कुछ प्रमुख लक्षण निम्न हैं-- तेज बुखार
- सिरदर्द
- आंखों के पीछे दर्द
- मतली
- जोड़ों का दर्द
- ब्लीडिंग
- बीपी गिर जाना
- दाने विकसित होना
- फेफड़ों और पेट में तरल जमा होना