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ऑल नाइट पार्टी के बाद बॉडी को डिटॉक्स करने के लिए ये 3 ड्रिंक्स हैं हर तरह से बेस्ट

क्रिसमस से लेकर न्यू ईयर तक लगभग हर जगह पार्टी का माहौल होता है ऐसे में खानपान से लेकर लेट नाइट जगने तक का रूटीन हमारी बॉडी को कई तरीकों से प्रभावित करता है जिसके लिए उसे डिटॉक्सीफाई करना जरूरी होता है। तो इसके लिए ये 3 ड्रिंक्स हैं बेहतर।

By Priyanka SinghEdited By: Updated: Sat, 02 Jan 2021 09:08 AM (IST)
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बेहद हेल्दी डिटॉक्स ड्रिंक पीती हुई महिला

डिटॉक्स वॉटर का सबसे जरूरी काम शरीर को डिटॉक्सिफाई करना होता है। टॉक्सिक चीज़ें हमारे शरीर के लिए बहुत ही हानिकारक होती हैं। जो खासतौर से हमारी लाइफस्टाइल, खाने-पीने की वजह से हमारे शरीर में जमा होने लगते हैं और धीरे-धीरे इनकी वजह से कई बीमारियां घर करने लगती हैं इसलिए इन्हें समय-समय पर डिटॉक्सीफिकेशन के जरिए बाहर करना जरूरी होता है। वैसे तो कई तरीके होते हैं लेकिन सबसे आसान है पानी के द्वारा। पानी में तरह-तरह के हर्ब्स, फल और सब्जियों की मदद से इसे तैयार किया जाता है। तो आज हम आपको इनमें से 3 बेस्ट ड्रिंक्स के बारे में बताएंगे। 

1. कुकुंबर, मिंट और नींबू से तैयार डिटॉक्स वॉटर

इसको पीने से आपको ताजगी महसूस होगी और आपको इंस्टेंट एनर्जी भी मिलेगी। इंफ्यूज्ड वॉटर को 12-16 घंटे तक स्टोर करके रख सकती हैं। पानी में पसंदीदा हर्ब्स, फल और सब्जियों को काटकर डालें। एक दिन में इस पानी को 500 मिलीलीटर ही पीएं। ज्यादा देर तक सब्जियों व फलों को पानी में डालकर न रखें क्योंकि इससे टेस्ट कड़वा होने लगता है।

2. गर्म पानी, हल्दी और पालक से बना डिटॉक्स वॉटर

हल्दी आपके पूरे स्वास्थ्य को सुधारने के साथ ही बीमारियों और संक्रमण से बचाती है। पालक एक बहुत ही बढ़िया डिटॉक्सीफाइंग एजेंट है, जो आपके सिस्टम को अच्छी तरह साफ़ करने का काम करता है। पालक को हल्दी के साथ पीस कर स्मूदी बनाएं। एक से दो कप को एक दिन में आराम से लिया जा सकता है, वहीं पालक के कुछ पत्तों को आप रोजाना किसी न किसी फॉर्म में जरूर लें। फिर चाहे वह सूप में हो या किसी सब्जी में। हल्दी में एंटीसेप्टिक प्रॉपर्टीज़ होती हैं तो पालक इम्यूनिटी को बूस्ट करता है। करक्यूमेन और विटामिन ए इसमें मौजूद होता है, जो आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है।

3. आम और तुलसी के पत्तों का डिटॉक्स वॉटर

आम पाचन, चयापचय को मजबूत, रक्‍तचाप को नियंत्रित, खराब कोलेस्‍ट्रॉल को कम और इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करने में मदद करता है। तुलसी के पत्‍ते एंटीआक्‍सीडेंट्स से भरे होते हैं और विषाक्‍त पदार्थों को दूर करने व कैंसर कोशिका प्रसार को रोकने में मदद करते हैं।

Pic credit- Freepik