Olive Oil Benefits: डायबिटीज के मरीज शुगर कंट्रोल करने के लिए डाइट में शामिल करें जैतून का तेल
Olive Oil Benefits हिंदी में ऑलिव को जैतून कहा जाता है। ऑलिव ऑयल सेहत के लिए फायदेमंद साबित होता है। इसमें विटामिन ई डी और के प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। साथ ही एंटीऑक्सीडेंट के गुण भी पाए जाते हैं।
By Pravin KumarEdited By: Updated: Wed, 16 Nov 2022 07:19 PM (IST)
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Olive Oil Benefits: डायबिटीज के मरीजों की संख्या में बड़ी तेजी से रोजाना इजाफा हो रहा है। भारत में मधुमेह के मरीजों की संख्या सबसे अधिक है। यह बीमारी खराब दिनचर्या, गलत खानपान और अत्यधिक आराम की वजह से होती है। इस स्थिति में रक्त में शर्करा स्तर बढ़ जाता है। वहीं, अग्नाशय से इंसुलिन हार्मोन निकलना बंद हो जाता है। हालांकि, टाइप वन डायबिटीज में इंसुलिन हार्मोन कम मात्रा में निकलती है, लेकिन टाइप टू डायबिटीज में इंसुलिन बिल्कुल निकलना पूरी तरह से बंद हो जाता है। इस वजह से रक्त में शर्करा स्तर बढ़ता जाता है। इसके लिए डायबिटीज के मरीजों को मीठी चीजों से परहेज करने की सलाह दी जाती है। अगर आप भी डायबिटीज के मरीज हैं और बढ़ते शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके सेवन से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
ऑलिव ऑयल क्या हैहिंदी में ऑलिव को जैतून कहा जाता है। ऑलिव ऑयल सेहत के लिए फायदेमंद साबित होता है। इसमें विटामिन ई, डी और के प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। साथ ही एंटीऑक्सीडेंट के गुण भी पाए जाते हैं। एंटी ऑक्सीडेंट गुण के चलते ऑलिव ऑयल सूजन को कम करने में सहायक होता है। इसके अलावा, ऑलिव ऑयल में पाया जाने वाला विटामिन-ई बढ़ती उम्र में होने वाली त्वचा संबंधी परेशानी को दूर करता है और त्वचा की रक्षा करता है। इसके लिए डाइट में ऑलिव ऑयल अवश्य शामिल करें।
डायबिटीज में कैसे है फायदेमंदहेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो जैतून में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। फाइबर मोटापा और मधुमेह के लिए फायदेमंद साबित होता है। फाइबर युक्त चीजों के सेवन से पाचन तंत्र मजबूत होता है और मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। साथ ही शुगर कंट्रोल में रहता है। डाइट चार्ट की मानें तो ऑलिव ऑयल शुगर फ्री होता है। इसके लिए यह शुगर मैनेज करने में मददगार साबित होता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।