अगर आप भी रोज ले रहे हैं 6 घंटे से कम नींद, तो हो सकते हैं Diabetes का शिकार, शोध में सामने आई चौंकाने वाली बात
डायबिटीज एक खतरनाक बीमारी है जिसमें ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। इसे कंट्रोल न किया जाए तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। यह एक मेटाबॉलिक डिजीज है जिसमें आपकी लाइफस्टाइल अहम भूमिका निभाती है। हाल ही में डायबिटीज और नींद के बीच क्या कनेक्शन है इसे लेकर एक नई रिसर्च की गई। जानें क्या पता चला है इस शोध में।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Diabetes: डायबिटीज एक क्रॉनिक मेटाबॉलिक डिजीज है, जिसमें शरीर सही मात्रा में इंसुलिन बना नहीं पाता या उसका ठीक से इस्तेमाल नहीं कर पाता है। जिसके कारण ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है, जो दिल, नर्वस आदि जैसे शरीर के कई अंगो को प्रभावित करना शुरू कर देता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत को दुनिया का डायबिटीज कैपिटल कहा जाता है, क्योंकि यहां हर साल इस बीमारी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
भारत में डायबिटीज के आंकड़े
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च- डायबिटीज इंडिया के मुताबिक, साल 2023 में लगभग 10.1 करोड़ डायबिटीज के मामले पाए गए थे। आईडीएफ डायबिटीज एट्लस के 2021 के सर्वे के मुताबिक, दुनियाभर में चीन के बाद भारत में डायबिटीज के सबसे अधिक केस थे, जो आने वाले 20 सालों में लगभग दोगुणा हो सकते हैं।यह आंकड़ा इतना भयावह है कि इस बीमारी की वजह से कितनी गंभीर परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है, इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। इस मेटाबॉलिक डिजीज की वजह है- खराब लाइफस्टाइल। अनहेल्दी खान-पान से लेकर सोने और उठने तक की आदतों में पिछले एक दशक में काफी बदलाव आए हैं। हाल ही में, एक शोध में भी हमारी नींद और डायबिटीज का कनेक्शन पता चला है।
जामा ओपन नेटवर्क में पब्लिश हुई रिसर्च में पता चला है कि जो लोग रोज केवल 3-5 घंटे की नींद लेते हैं, उनमें डायबिटीज का खतरा काफी अधिक रहता है। इस शोध के लिए यूके बायो बैंक से लोगों के डाटा को स्टडी किया गया और इन्हें लगभग 10 सालों तक फॉलो किया गया।यह भी पढ़ें: मोटापे की वजह से हो सकते हैं कई बीमारियों का शिकार, वक्त रहते हो जाएं सावधान
क्या पाया गया रिसर्च में?
इस रिसर्च में पाया गया कि जो लोग रोज केवल 3-5 घंटे सोते हैं, उनमें टाइप-2 डायबिटीज का खतरा काफी ज्यादा होता है, लेकिन हेल्दी खाने-पीने की आदत से डायबिटीज के जोखिम को कम किया जा सकता है। हालांकि, इसमें ध्यान देने वाली बात यह थी कि जो लोग हेल्दी डाइट तो फॉलो करते हैं, लेकिन 6 घंटे से कम नींद लेते हैं, उनमें इस बीमारी का खतरा ज्यादा ही रहता है।
इस स्टडी से इस बात की ओर इशारा होता है कि नींद का हमारी सेहत पर कितना गहरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए डायबिटीज के खतरे को कम करने के लिए जरूरी है कि हम अपनी सोने की आदतों में सुधार करें। हालांकि, हमारे जीवन में इतने बदलाव हो चुके हैं कि रोज समय से सो पाना सबके लिए आसान नहीं होता है। इसलिए हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताने वाले हैं, जिनकी मदद से आप बेहतर तरीके से सो सकते हैं।
बेहतर नींद के लिए जरूरी है कि आप स्लीप हाइजीन का ख्याल रखें। स्लीप हाइजिन (Sleep Hygiene) का मतलब आपकी सोने की आदतों से है। इसमें आपकी सोने की कंडिशन और लाइफस्टाइल दोनों को शामिल किया जाता है। बेहतर नींद लेने के लिए इन बातों का ख्याल रखें-
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कॉफी न पीएं
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फोन न चलाएं
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बत्ती बुझा दें
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सोने और उठने का समय तय करें
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कमरे को आरामदायक बनाएं