हर Dance में छिपा है सेहत का राज, छऊ से पूरी बॉडी रहती है फिट, तो भरतनाट्यम से दिमाग रिलैक्स
डांस फिट रहने का बहुत ही बेहतरीन जरिया हैं। इनके जरिए आप मनोरंजन करते हुए फिट रह सकते हैं। हमारे भारत में ऐसे कई सारे डांस फॉर्म्स हैं जिनके नियमित अभ्यास से आप फिजिकली ही नहीं बल्कि मेंटली भी हेल्दी रह सकते हैं। जहां भरतनाट्यम आपके दिमाग को रिलैक्स करता है तो वहीं जुंबा से आप तेजी से वजन कम कर सकते हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में कई सारे डांस फॉर्म हैं, जो न सिर्फ उन राज्यों की कला व संस्कृति की पहचान है, बल्कि इन्हें करने से शरीर को भी फिट रखा जा सकता है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि हर एक डांस फॉर्म में सेहत का राज छिपा हुआ है और सिर्फ फिजिकली ही नहीं डांस आपको मेंटली भी हेल्दी रखता है। डांस करने से बोन हेल्थ से लेकर मसल्स और लिगामेंट्स की भी ताकत बढ़ती है। आइए जानते हैं ऐेसे ही कुछ डांस फॉर्म्स के बारे में।
भरतनाट्यम
भरतनाट्यम बहुत ही एनर्जेटिक डांस फॉर्म है। इसे करने से ब्रेन शॉर्प होता है साथ ही फोकस पावर भी बढ़ता है। बैलेंस के साथ बॉडी पोस्चर भी सुधरता है। भरतनाट्यम का कुदिच्ची मेट्टी अडवू डांस स्टेप सबसे असरदार स्टेप है, जिससे महज पांच मिनट में पूरी बॉडी रिलैक्स हो जाती है।
जुंबा
जुंबा वजन घटाने के साथ- साथ हार्ट को हेल्दी रखने में भी काफी फायदेमंद है। इसमें बहुत तेजी से डांस किया जाता है। ह्फ्ते में दो से तीन दिन जुंबा करने से आप ओवरऑल बॉडी को फिट रख सकते हैं। दिन में 30 से 45 मिनट जुंबा करने से 600-800 कैलोरी बर्न होती है। इतना ही नहीं जुंबा डांस अकेलेपन की समस्या भी दूर करता है क्योंकि इसे ग्रूप में किया जाता है।छऊ
छऊ में किसी एक बॉडी पार्ट की नहीं, बल्कि पूरे शरीर की ही एक्सरसाइज हो जाती है। डांस के इस फॉर्म में कलाबाजी से लेकर मार्शल आर्ट, अर्ध शास्त्रीय नृत्य तक शामिल होता है, जो आपको कई तरीकों से फायदा पहुंचाता है। छऊ करने वाले कलाकार सिर से लेकर पैर तक फिट रहते हैं। छऊ परफॉर्मेंस के दौरान पैर के प्रेशर प्वाइंट दबते हैं, जिससे कई बीमारियों का खतरा टल जाता है।
ओडिशी
ओडिशी नृत्य, ओडिशा की पहचान है और वहां की कई संस्कृति से जोड़ने का प्रयास करती है, लेकिन साथ ही साथ ये डांस फॉर्म फिट रहने का भी बेहतरीन जरिया है। इसके लगातार अभ्यास से शरीर के साथ दिमाग भी चुस्त- दुरुस्त रहता है। हाथ-पैरों के साथ इस नृत्य में भावनाओं का भी प्रदर्शन किया जाता है, जिससे चेहरे और आंखों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। इस नृत्य को करने से स्ट्रेस भी दूर होता है।ये भी पढ़ेंः- देश ही नहीं विदेशों में भी मशहूर हैं भारत के ये 5 क्लासिकल डांसPic credit- freepik