High Cholesterol: हाई कोलेस्ट्रॉल को आसानी से कंट्रोल करने के लिए रोजाना करें कपालभाति प्राणायाम
High Cholesterol योग एक्सपर्ट्स की मानें तो कपालभाति प्राणायाम करने से मेटाबॉलिक रेट में इजाफा होता है। आसान शब्दों में कहें तो मेटाबॉलिज़्म बूस्ट होता है। साथ ही पाचन तंत्र सही से कार्य करता है। इससे बैड कोलेस्ट्रॉल कम होता है। हालांकि गर्भवती महिलाओं को कपालभाति प्राणायाम नहीं करना चाहिए।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Thu, 19 Jan 2023 04:37 AM (IST)
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। High Cholesterol: गलत खानपान और खराब दिनचर्या की वजह से शरीर में फैट, शुगर, रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है। फैट बढ़ने से मोटापा, शुगर बढ़ने से मधुमेह, रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। इसके लिए डाइट और लाइफस्टाइल पर विशेष ध्यान दें। कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार के हैं। इनमें एक गुड, तो दूसरा बैड कोलेस्ट्रॉल कहलाता है। बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से हृदय रोग और स्ट्रोक की संभावना बढ़ जाती है। बैड कोलेस्ट्रॉल की वजह से हृदयघात का खतरा रहता है। अगर आप भी बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करना चाहते हैं, तो रोजाना कपालभाति प्राणायाम करें। इस योग को करने से बढ़ते कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। कई शोधों में दावा किया गया है कि कपालभाति प्राणायाम करने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है। आइए, कपालभाति प्राणायाम करने का सही तरीका जानते हैं-
कपालभाति प्राणायाम कैसे करेंइसके लिए समतल जमीन पर चटाई या योग मैट बिछा लें। अब मैट पर पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। फिर दोनों हाथों को ध्यान मुद्रा में लाकर गहरी सांस लें और झटके से छोड़ें। एक चीज का ध्यान रखें कि सांस लेते समय पेट को अंदर की तरफ खींचे। यह क्रम बार-बार रिपीट करें। इस योग को करने से बढ़ते वजन को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। साथ ही कोलेस्ट्रॉल भी कंट्रोल में रहता है।
कैसे है फायदेमंदयोग एक्सपर्ट्स की मानें तो कपालभाति प्राणायाम करने से मेटाबॉलिक रेट में इजाफा होता है। आसान शब्दों में कहें तो मेटाबॉलिज़्म बूस्ट होता है। साथ ही पाचन तंत्र सही से कार्य करने लगता है। इससे बैड कोलेस्ट्रॉल कम होने लगता है। हालांकि, गर्भवती महिलाओं को कपालभाति प्राणायाम नहीं करना चाहिए। इस योग को करने के दौरान पेट में खिंचाव पैदा होता है। इसके लिए प्रेग्नेंट वीमेन को कपालभाति प्राणायाम नहीं करने की सलाह दी जाती है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।