ओवेरियन सिस्ट से छुटकारा पाने के लिए रोजाना करें ये 2 आसान योग
यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें महिला को लगता है कि वह प्रेग्नेंट है लेकिन वह प्रेग्नेंट नहीं रहती है बल्कि ओवेरियन सिस्ट से पीड़ित रहती हैं। इस स्थिति में पेट फूलने लगता है उल्टी होती है स्तन में चिकनापन आ जाता है जांघों में दर्द होता है।
By Pravin KumarEdited By: Updated: Sun, 17 Jul 2022 10:56 AM (IST)
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। खराब दिनचर्या, गलत खानपान और तनाव के चलते कई बीमारियां जन्म लेती हैं। इनमें एक बीमारी ओवेरियन सिस्ट है। यह बीमारी महिलाओं को होती है। यह एक ऐसी बीमारी है, जिसमें महिला को लगता है कि वह प्रेग्नेंट है, लेकिन वह प्रेग्नेंट नहीं रहती है, बल्कि ओवेरियन सिस्ट से पीड़ित रहती हैं। इस स्थिति में पेट फूलने लगता है, उल्टी होती है, स्तन में चिकनापन आ जाता है, जांघों में दर्द होता है, कब्ज की शिकायत रहती है। ये सभी लक्षण गर्भवती महिलाओं में देखे जाते हैं। इसके चलते महिलाओं को ओवेरियन सिस्ट और गर्भावस्था के अंतर का पता नहीं चल पाता है।
हाल ही में लंदन की रहने वाली होली के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था। जब होली को लगा कि वह प्रेग्नेंट है। इस वजह से उसके पेट का आकर बढ़ रहा है। इसके बाद वह अपना खूब ख्याल रखने लगी। साथ ही 9 महीने तक इंतजार भी की। 9 महीने पूरे होने पर होली ने डॉक्टर से सलाह ली। तब डॉक्टर ने होली का अल्ट्रासाउंड कराया। इसमें पता चला कि होली प्रेग्नेंट नहीं है, बल्कि ओवेरियन सिस्ट से पीड़ित है। यह सिस्ट आकर में बड़ा था। इस वजह से डॉक्टर ने ऑपरेशन कराने की सलाह दी। इसके बाद डॉक्टर ने सर्जरी के जरिए 27 सेमी से बड़ा ओवेरियन सिस्ट निकाला। लापरवाही बरतने पर यह बीमारी खतरनाक साबित हो सकती है। इसके लिए तत्काल डॉक्टर से सलाह लें। वहीं, ओवेरियन सिस्ट के प्रभाव को कम करने या रोकथाम के लिए रोजाना योग जरूर करें। योग के कई आसन हैं, जिन्हें करने से ओवेरियन सिस्ट में आराम मिलता है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
ओवेरियन सिस्ट क्या है ?
विषेशज्ञों की मानें तो ओवरी या उसकी सतह पर द्रव से भरे थैले होते हैं। जब सतह पर द्रव्य से भरी थैली हो जाती है। इस थैली को ही ओवेरियन सिस्ट कहा जाता है।ओवेरियन सिस्ट दो प्रकार के होते हैं। बड़े आकार के ओवेरी सिस्ट से महिलाओं को दिक्कत होती है। ओवेरियन सिस्ट होने के कारण हार्मोनल समस्याएं, एंडोमेट्रियोसिस, गर्भावस्था में समस्या, गंभीर पेल्विक संक्रमण हैं। वहीं, बड़े आकार के ओवेरी सिस्ट का ऑपरेशन कर बाहर निकाला जाता है।
Butterfly pose
तितली आसन महिलाओं के लिए वरदान साबित होता है। इस योग को करने से तनाव में आराम मिलता है। टांगों में मजबूती आती है। कूल्हों की अंदरूनी तनाव खत्म होता है और कूल्हों में लचीलापन आता है। यह आसन शरीर की थकान को दूर करता है। इसके लिए महिलाओं को रोजाना Butterfly pose करना चाहिए।Cobra pose
ओवेरियन सिस्ट से छुटकारा दिलाने में कोबरा पोज यानी भुजंगासन फायदेमंद साबित होता है। इस योग को करने से पेट पर बल पड़ता है। साथ ही कमर में खिंचाव पैदा होता है। इससे कमर दर्द में आराम मिलता है। पाचन तंत्र मज़बूत होता है। इसके अलावा, शरीर में रक्त संचार सही से होता है और सूजन कम होता है। इसके लिए रोजाना तितली आसन और भुजंगासन जरूर करें।डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।