Vrikshasana: ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या से निजात पाने के लिए रोजाना करें वृक्षासन, जानें करने का सही तरीका
Vrikshasana वृक्षासन योग करने में बेहद आसान है। इस योग को वृक्ष की मुद्रा में खड़े होकर किया जाता है। इसके लिए आसन को वृक्षासन कहा जाता है। वृक्षासन हिंदी के दो शब्दों वृक्ष और आसन से मिलकर बना है। इस योग की गिनती ध्यान योग में की जाती है।
By Pravin KumarEdited By: Updated: Sat, 27 Aug 2022 06:35 PM (IST)
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Vrikshasana: ऑस्टियोपोरोसिस हड्डी से संबंधित एक रोग है। यह बीमारी शरीर में कैल्शियम और विटामिन-डी की कमी की वजह से होती है। इस बीमारी में शरीर की हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। साथ ही शरीर में अकड़न और जकड़न महसूस होता है। इस स्थिति में हड्डियों में फ़्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है। खासकर, महिलाओं में मासिक धर्म के चलते ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा अधिक रहता है। इसके लिए डाइट में कैल्शियम और विटामिन-डी रिच फूड्स को जरूर शामिल करें। इसके अलावा, रोजाना एक्सरसाइज और योग जरूर करें। अगर आप भी ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या से परेशान हैं, तो रोजाना वृक्षासन जरूर करें। योग एक्सपर्ट्स की मानें तो वृक्षासन करने से ऑस्टियोपोरोसिस में आराम मिलता है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
वृक्षासन क्या हैवृक्षासन योग करने में बेहद आसान है। इस योग को वृक्ष की मुद्रा में खड़े होकर किया जाता है। इसके लिए आसन को वृक्षासन कहा जाता है। वृक्षासन हिंदी के दो शब्दों वृक्ष और आसन से मिलकर बना है। इस योग की गिनती ध्यान योग में की जाती है। शारीरिक क्षमता के अनुसार, आप वृक्षासन करें। शारीरिक शक्ति का दमन न करें।
कैसे करें वृक्षासनइसके लिए सबसे पहले समतल जमीन पर दरी या मैट बिछा लें। अब सूर्य की ओर मुखकर सावधान मुद्रा में खड़े हो जाए। फिर दोनों हाथों को हवा में लहराते हुए ऊपर ले जाएं और अपने बाएं पैर को दाहिने थाई पर रखें। इसके बाद सूर्य को साक्षी मानकर वृक्ष मुद्रा में खड़े हो जाएं। शारीरिक शक्ति के अनुरूप योग को करें। फिर पहली मुद्रा में आ जाएं। इसे रोजाना कम से कम 10 बार जरूर दोहराएं। इससे ऑस्टियोपोरोसिस में आराम मिलता है। साथ ही ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा भी कम हो जाता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।