क्या आपको भी दिन में आती है नींद? अगर हां, तो हो सकता है इस गंभीर बीमारी का संकेत
क्या आपको दिन में ज्यादा नींद (Day Sleepiness) आती है और काम के प्रति कोई उत्साह महसूस नहीं होता? अगर हां तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। एक स्टडी के मुताबिक दिन में नींद आना डिमेंशिया का शुरुआती संकेत (Early Sign of Dementia) हो सकता है। हालांकि इसके अलावा इसके और भी कई कारण हो सकते हैं। आइए दिन में नींद आना और डिमेंशिया का कनेक्शन समझें।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। दिन में नींद आने (Day Sleepiness) की शिकायत कई लोगों में देखने को मिलती है। चाहे थकान, तनाव या खराब रूटीन हो, कई कारणों से हम दिन के समय नींद महसूस करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह डिमेंशिया जैसी गंभीर बीमारी का भी एक शुरुआती संकेत (Early Signs of Dementia) हो सकता है? जी हां, हाल ही में हुई एक स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है। आइए इस बारे में और गहराई से जानने की कोशिश करते हैं।
डिमेंशिया क्या है?
डिमेंशिया एक ऐसा डिसऑर्डर है, जिसमें व्यक्ति की सोचने, याद रखने और निर्णय लेने की क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है। यह दिमाग के सेल्स के डैमेज होने के कारण होता है। अल्जाइमर डिजीज डिमेंशिया का सबसे आम प्रकार है।
यह भी पढ़ें: फोन से चिपके रहने की आदत बना सकती है दिमाग को खोखला, Digital Dementia से बचने के लिए करें ये काम
दिन में नींद आना और डिमेंशिया का क्या है संबंध?
हाल ही में न्यूरोलॉजी जर्नल में पब्लिश हुए एक शोध से पता चलता है कि दिन में ज्यादा नींद आना डिमेंशिया का एक संभावित शुरुआती लक्षण हो सकता है। दिन में नींद आना, काम में मन न लगना, किसी काम को लेकर कोई उत्सुकता महसूस न होना, ऐसे सभी लक्षण डिमेंशिया के शुरुआती संकेत हो सकते हैं। इसे मोट्रिक कॉग्नीटिव रिस्क (MCR) कहा जाता है। इसका जल्दी पता लगाना डिमेंशिया को रोकने या उससे बचाव में काफी अहम भूमिका निभा सकता है। हालांकि, यह अकेले में डिमेंशिया का निदान नहीं है। कई और फैक्टर भी इस समस्या के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।कैसे समझें कि यह डिमेंशिया का संकेत है?
- अन्य लक्षणों के साथ संबंध- यदि दिन में नींद आने के साथ-साथ आपको याददाश्त कमजोर होने, बोलने में कठिनाई, फैसले लेने में कठिनाई या व्यक्तित्व में बदलाव जैसे अन्य लक्षण भी दिखाई देते हैं, तो यह डिमेंशिया का संकेत हो सकता है।
- धीरे-धीरे बढ़ती समस्या- अगर दिन में नींद आने की समस्या धीरे-धीरे बढ़ रही है और अन्य रोजमर्रा के काम को प्रभावित होने लगे हैं, तो यह चिंता का विषय हो सकता है।
- अन्य कारणों का पता लगाना- दिन में नींद आने की समस्या के अन्य कारण भी हो सकते हैं, जैसे- नींद की कमी, डिप्रेशन, थकान, दवाओं के दुष्प्रभाव आदि। इन वजहों पर भी ध्यान देने की कोशिश करें।
अगर आपमें MCR जैसी समस्या के लक्षण दिखें, तो क्या करें?
- डॉक्टर से संपर्क करें- यदि आपको दिन में ज्यादा नींद आ रही है और डिमेंशिया अन्य लक्षण भी दिखाई दे रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- पूरी जांच करवाएं- डॉक्टर आपके लक्षणों और मेडिकल इतिहास के आधार पर कुछ टेस्ट कर सकते हैं।
- स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं- नियमित एक्सरसाइज, संतुलित आहार और पूरी नींद लेने से आप अपने दिमाग को स्वस्थ रख सकते हैं।
- तनाव प्रबंधन- तनाव डिमेंशिया के जोखिम को बढ़ा सकता है। इसलिए स्ट्रेस मैनेजमेंट तकनीकों का अभ्यास करें।