Junk Food Craving: आखिर क्यों होती है जंक फूड खाने की इच्छा? ये हैं 6 कारण
Junk Food Craving बर्गर पिज़्ज़ा चॉकलेट किसी पसंद नहीं होता? यह जानते हुए कि ये चीज़ें हमारी सेहत को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकती हैं हम फिर भी आए दिन दिल और पेट को सुकून पहुंचाने के लिए जंक फूड का सेवन करते हैं।
By Ruhee ParvezEdited By: Updated: Mon, 19 Sep 2022 02:47 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Junk Food Craving: हम सभी जानते हैं कि जंक फूड न सिर्फ हेल्दी नहीं होता, बल्ति हमारी सेहत को गंभीर रूप से नुकसान भी पहुंचा सकता है। जिससे लंबे समय में दिल की बीमारी, डायबिटीज़, हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा, दिल का दौरा और कई तरह की गंभीर बीमारियों का आप शिकार हो सकते हैं। इसलिए बिना सोचे समझे या सिर्फ भूख मिटाने के लिए न खाएं। अपनी डाइट को हमेशा सोच समझकर बनाएं।
कई लोग 8-9 घंटे की नींद को कमज़ोरी की तरह देखते हैं, और इसलिए कम सोते हैं। रिसर्च के मुताबिक, अगर आप कम सोते हैं, तो इससे आपकी जंक फूड खाने की इच्छा बढ़ जाती है।आइए जानें 6 ऐसे कारणों के बारे में, जिनकी वजह से लोगों में जंक फूड खाने की इच्छा बढ़ती है।
1. हाल ही में हुए एक शोध में दिमाग की एक्टिविटी का विश्लेषण किया। साथ ही इसमें 9 घंटे सोने वाले लोगों की तुलना 4 घंटे सोने वाले लोगों से की गई। जिसमें पता चला कि जिन लोगों की नींद पूरी नहीं होती, उनके शरीर पर भी असर पड़ता है। वे सुकून की तलाश में होते हैं, फिर चाहे वह किसी से गले लगकर मिले या फिर जंक फूड से।
2. तनावपूर्ण स्थिति में हमारा शरीर कॉर्टीसोल नाम के स्ट्रेस हार्मोन को रिलीज़ करता है। विज्ञान में यह साबित हो चुका है कि वसा और चीनी युक्त चीज़ों का सेवन हमें सुकून पहुंचाने का काम करती हैं। जंक और चीनी का सेवन भी एक तरह का नशा होता है, कुछ दिन खाने से आपको इसकी लत लग जाती है। एक शोध यह भी कहता है कि चीनी कोर्टीसोल का स्तर कम करती है और दिमाग़ तक पहुंच रहे तनाव के संकेतों को शांत करती है।
3. मासिक धर्म हो या जब कोई महिला गर्भवती हो, इस दौरान शरीर में हार्मोन अराजकता पैदा कर सकते हैं। लेप्टिन और सेरोटोनिन जैसे हार्मोन, जो आपके आंत और मस्तिष्क का समन्वय करते हैं, कुछ ही देर में अत्यधिक तीव्र लालसा पैदा कर सकते हैं।4. कभी आपने सोचा है कि खाना निगलने से पहले 32 बार चबाने की सलाह क्यों दी जाती है? 32 बार चबाना मुश्किल काम लगता है, क्योंकि लोग खाने को 5 से 10 मिनट में ख़त्म करना चाहते हैं। इसलिए समय आ गया है कि हम अपनी आदत को बदलें। अगर आप तेज़ी से खाते हैं, तो इससे आंत और दिमाग के बीच सही तरीके से संकेत नहीं पहुंच पाता है, आप संतुष्ट महसूस नहीं करते और ज़रूरत से ज़्यादा खा लेते हैं।
5. कई बार प्यास के संकेत को हम भूख समझने की गलती कर बैठते हैं। अगर हम पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं या खाने में प्रोटीन की कमी होती है, तो इससे खाना खाने के बावजूद हमारी भूख शांत नहीं होगी और हमारा रुख जंक फूड की तरफ हो जाएगा।
6. पोषण की कमी की वजह से भी हमारा दिल कुछ खास तरह के खाने की ओर ही रहता है। जैसे, मैग्नीशियम की कमी के कारण आपको चॉकलेट, नट्स, या बीन्स खाने का दिल करता है।
क्रोमियम या फास्फोरस की कमी से चीनी की लालसा हो सकती है। इसी तरह, एक प्राथमिक सोडियम की कमी आपको चिप्स जैसे नमकीन खाद्य पदार्थों के लिए तरसाएगी।Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।