Seasonal Flu: कभी सोचा है मौसम के बदलते ही क्यों ताकतवर हो जाते हैं सभी वायरस?
हर साल जैसे ही अचानक मौसम बदलना शुरू होता है वैसे ही तेजी से लोग बीमार पड़ने लगते हैं। खासतौर पर छोटे बच्चे और बुजुर्ग आसानी से इसकी चपेट में आते हैं। फिर चाहे गर्मी के बाद सर्दी या फिर सर्दी के गर्मी मौसम में बदलाव फ्लू के मामलों को बढ़ाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा आखिर क्यों होता है?
By Jagran NewsEdited By: Ruhee ParvezUpdated: Tue, 14 Nov 2023 12:42 PM (IST)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Seasonal Flu: आपने अक्सर देखा होगा कि मौसम के बदलने पर लोग बीमार पड़ना शुरू हो जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि तापमान में बदलाव होने से वायरस के तरह-तरह के समूहों को पनपने के लिए एक उपयुक्त स्थिति मिल जाती है, जिससे संक्रामक रोग फैलने लगते हैं।
वायरस के परिवार में सबसे आम मानव राइनोवायरस (एचआरवी) है, जो वायरल इन्फेक्शन के 40-45 मामलों में जिम्मेदार होता है। यह वायरस ठंडे मौसम में पनपता है, जैसे कि वसंत और सर्दियों में।
इन्फ्लुएंजा वायरस फ्लू का कारण बनता है, जो कि सर्दी के मौसम में हवा के सर्द और शुष्क होने से फैलता है।
गर्मियों में मौसमी एलर्जी वाले लोगों में बहती नाक और आंखों में खुजली होती है जब वे पराग, फफूंदी या घास के पास होते हैं। उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली इन एलर्जी के प्रति प्रतिक्रिया करने में व्यस्त हो जाती है जिससे व्यक्ति वायरल हमलों की चपेट में आ जाता है।
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मौसम में बदलाव के दौरान खुद को कैसे हेल्दी रखें?
कुछ मामूली सावधानियों और जीवनशैली में बदलाव के साथ मौसमी बीमारी को चकमा देना हम सभी के लिए संभव है। कैसे रहें सावधान? मौसम में बदलाव अपने साथ बहुत सारी बीमारियां साथ लेकर आता है। ऐसे में लोगों को विशेष रूप से कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत रहती हैं।- बदलते मौसम में संक्रमण का खतरा होता है। ऐसे में सूती और पर्याप्त कपड़े पहनना चाहिए।
- खान पान पर ध्यान देने की जरूरत है। पौष्टिक आहार लेना चाहिए, इससे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
- मौसमी फलों और सब्जियों का खाने में प्रयोग करना चाहिए।
- विटामिन-सी वाले फल जैसे संतरा, नींबू ज्यादा लेना चाहिए क्योंकि ये शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ातें हैं।
- ठंडे पदार्थों का सेवन भी कई बार वायरल बुखार का कारण बन जाता है। गला खराब हो जाता है इसलिए आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक से दूरी बनाना ही बेहतर है।
- इस मौसम में बाजार में मिलने वाले फूड्स जैसे पिज्जा, बर्गर,चाट ,तली भुनी चीजें, खुले फल आदि नहीं खाने चाहिए।
- पर्याप्त पानी पीना चाहिए।
- पौष्टिक भोजन लेना चाहिए।
- साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखना चाहिए।
- सुबह की सैर के साथ-साथ योग भी अच्छा व्यायाम होता है।
- मौसम बदलते समय खांसी और फेफड़ों से संबंधित बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। इससे पीड़ित लोगों को रोजाना भाप लेने के साथ नमक मिले गुनगुने पानी से गरारे करना चाहिए।