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मौसमी बीमारियों के संक्रमण से बचाव के लिए रोजाना पिएं यह खास काढ़ा

सनातन धर्म में मान्यता है कि केले के पौधे में भगवान विष्णु जी वास करते हैं। अत हर गुरुवार के दिन केले के पौधे की पूजा की जाती है। इसमें केले के पौधे को भगवान विष्णु जी का वास स्थान मान भक्तिभाव से पूजा की जाती है।

By Pravin KumarEdited By: Updated: Mon, 30 May 2022 03:55 PM (IST)
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मौसमी बीमारियों के संक्रमण से बचाव के लिए रोजाना पिएं यह खास काढ़ा

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। आधुनिक समय में गलत खानपान, खराब दिनचर्या और तनाव के चलते लोग कई बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। इनमें डायबिटीज, मोटापा, डिप्रेशन और ब्लड प्रेशर आदि प्रमुख हैं। डॉक्टर्स हमेशा सही खानपान, उचित रहन-सहन और कसरत करने की सलाह देते हैं। इससे बीमार होने का खतरा कम रहता है। खासकर बरसात के दिनों में मौसमी बीमारियों के संक्रमण का खतरा अधिक बढ़ जाता है। इसके लिए पूर्व से ही सावधानी जरुरी है। अगर आप भी मौसमी बीमारियों से कोसों दूर रहना चाहते हैं, तो केले के फूल का उपयोग कर सकते हैं। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-

केला

सनातन धर्म में मान्यता है कि केले के पौधे में भगवान विष्णु जी वास करते हैं। अत: हर गुरुवार के दिन केले के पौधे की पूजा की जाती है। इसमें केले के पौधे को भगवान विष्णु जी का निवास स्थान मान भक्तिभाव से पूजा की जाती है। इसके अलावा, लोग केले के पत्ते पर भोजन भी ग्रहण करते हैं। यह प्रचलन दक्षिण भारत में आज भी प्रसिद्ध है। उष्णकटिबंधीय जलवायु में उगने वाला केले के पौधे की खेती भारत के कई जगहों पर की जाती है। विशेषज्ञों की मानें तो केले के सेवन से शरीर को त्वरित ऊर्जा प्राप्त होती है। वजन बढ़ाने में भी केला सहायक होता है। दुबले-पतले लोगों के लिए केला किसी दवा से कम नहीं है। वहीं, कई शोधों में खुलासा हो चुका है कि डायबिटीज समेत कई बीमारियों में केले के फूल का सेवन करना लाभदायक होता है।

डायबिटीज में फायदेमंद

केले के फूल में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं, जो शुगर कंट्रोल करने में सहायक होते हैं। इसके लिए डायबिटीज में केले के फूल का सेवन किया जा सकता है।

संक्रमण को करता है दूर

बरसात के दिनों में मौसमी बीमारियों के संक्रमण से बचना प्राथिमक जरूरी है। इसके लिए केले के फूल का सेवन किया जा सकता है। विशेषज्ञों की मानें तो केले के फूल में इथेनॉल पाया जाता है, जो संक्रमण को रोकने में मददरगार साबित होता है।

एनीमिया में फायदेमंद

केले के फूल में आयरन भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से शरीर में एनीमिया यानी खून की कमी नहीं रहती है।

कैसे करें सेवन

इसके लिए केले के फूल का काढ़ा बनाकर रोजाना सुबह में सेवन करें। आप स्वादानुसार इसमें हल्दी, अदरक, मुलेठी आदि चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।