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दिनभर फोन चलाने से शरीर बन जाएगा बीमारियों का घर, बचाव के लिए अपनाएं कुछ टिप्स

फोन हमारे जीवन का अटूट हिस्सा बन चुका है। इसके बिना थोड़ी देर भी रहना बहुत मुश्किल हो जाता है लेकिन ज्यादा फोन का इस्तेमाल आपकी सेहत बिगाड़ सकता है। जरूरत से ज्यादा फोन के इस्तेमाल से न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक सेहत को भी नुकसान होता है। आइए जानें क्या हैं इसके नुकसान और कैसे कर सकते हैं इससे बचाव (Tips To Reduce Screen Time)।

By Swati Sharma Edited By: Swati Sharma Updated: Fri, 06 Sep 2024 07:33 AM (IST)
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ज्यादा फोन चलाने से होते हैं ये नुकसान (Picture Courtesy: Freepik)

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आज के समय में, मोबाइल फोन हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन गया है। हम इसका इस्तेमाल बातचीत करने, मनोरंजन, जानकारी हासिल करने और भी कई कामों के लिए करते हैं। हालांकि, फोन का ज्यादा इस्तेमाल हमारे स्वास्थ्य पर कई नकारात्मक प्रभाव (Cellphone Side Effects) डाल सकता है। इसलिए अगर आप भी घंटों फोन पर स्क्रॉल करते हैं, तो आपको ये आर्टिकल जरूर पढ़ना चाहिए। इसमें हम जानेंगे इसके नुकसान और किन तरीकों (Tips To Reduce Screen Time) से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। 

ज्यादा फोन चलाने के शारीरिक दुष्प्रभाव

  • आंखों की समस्याएं- फोन की स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी आंखों में तनाव और सूजन का कारण बन सकती है। इससे आंखों की थकान, जलन, और दृष्टि समस्याएं हो सकती हैं।
  • सिरदर्द और गर्दन दर्द- फोन को देखने के लिए हम अक्सर अपनी गर्दन को अस्वाभाविक स्थिति में रखते हैं, जिससे सिरदर्द और गर्दन दर्द हो सकता है।
  • नींद की समस्याएं- फोन की स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी हमारे शरीर की नींद के पैटर्न को प्रभावित करती है। इससे नींद न आना, नींद की गुणवत्ता में कमी और दिन के समय थकान महसूस हो सकती है।
  • हैंड-फोन सिंड्रोम- फोन का ज्यादा उपयोग करने से हाथों और कलाई में दर्द और सूजन हो सकती है, जिसे हैंड-फोन सिंड्रोम के रूप में जाना जाता है।
  • वजन बढ़ना- फोन के साथ बिताया गया ज्यादा समय शारीरिक गतिविधि को कम कर सकता है, जिससे वजन बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है।

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ज्यादा फोन चलाने के मानसिक दुष्प्रभाव

  • तनाव और चिंता- फोन का ज्यादा इस्तेमाल तनाव और चिंता को बढ़ा सकता है। सोशल मीडिया पर तुलना और गैर-जरूरी जानकारी से मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।
  • अकेलापन- फोन का ज्यादा इस्तेमाल असल जीवन में लोगों से जुड़ने के समय को कम कर सकता है, जिससे अकेलापन महसूस हो सकता है।
  • फोमो (Fear of Missing Out)- सोशल मीडिया पर हमेशा कुछ नया हो रहा होता है, जिससे फोमो की भावना पैदा हो सकती है। इससे व्यक्ति को लगता है कि वह कुछ जरूरी चीजें मिस कर रहा है।
  • डिप्रेशन- फोन का ज्यादा उपयोग डिप्रेशन के जोखिम को बढ़ा सकता है, खासकर यदि व्यक्ति सोशल मीडिया पर नकारात्मक कंटेंट देखता है।

कैसे करें फोन का इस्तेमाल कम?

  • फोन का समय सीमित करें- प्रति दिन फोन का इस्तेमाल करने का समय निर्धारित करें और उससे ज्यादा फोन न चलाएं।
  • फोन को दूर रखें- सोने से पहले फोन को कमरे से बाहर या बिस्तर से दूर रखें, ताकि नींद की गुणवत्ता में सुधार हो सके।
  • शारीरिक गतिविधि बढ़ाएं- फोन के उपयोग के समय को कम करके शारीरिक गतिविधि में समय बढ़ाएं।
  • डिजिटल डिटॉक्स करें- समय-समय पर फोन का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद करें, ताकि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने का मौका मिल सके।
  • सोच-समझकर इस्तेमाल करें- फोन का उपयोग करते समय सचेत रहें और उस पर बिताए जाने वाले समय को नियंत्रित करें।

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