Exercises for Nervous System: एक्सरसाइज़ेस जो हमारे नर्वस सिस्टम को बनाती हैं स्ट्रॉन्ग और हेल्दी
Exercises for Nervous System नसों को हेल्दी और स्ट्रॉन्ग बनाए रखना बहुत जरूरी है क्योंकि नसें ही शरीर के सभी हिस्सों में ब्लड का सर्कुलेशन करती हैं। तो इन्हें हेल्दी बनाए रखने के लिए एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है। आज इसी के बारे में जानेंगे।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Exercises for Nervous System: नसों का काम पूरे शरीर में ब्लड सप्लाई करना होता है। इसमें जरा सी भी रूकावट आपको कई गंभीर समस्याओं का शिकार बना सकती है। तो अगर आप इन गंभीर समस्याओं से लंबे समय तक बचे रहना चाहते हैं, तो नसों को स्ट्रॉन्ग और फिट बनाए रखने पर काम करें। जिसके लिए एक्सरसाइज सबसे जरूरी है। तो किन तरह की एक्सरसाइज़ेस से नर्वस सिस्टम बनेगा स्ट्रॉन्ग, आइए जानते हैं इसके बारे में।
साइड लेग रेज एक्सरसाइज
नसों को स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए साइड लेग रेज अच्छी एक्सरसाइज है। वैसे इससे आप कमर की चर्बी भी आसानी से कम कर सकते हैं।
- इस एक्सरसाइज को करने के लिए बाएं करवट लेट जाएं या फिर कोहनियों के सहारे अपर बॉडी को टिकाएं।
- अब दाएं पैर को धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाएं और फिर नीचे ले आएं। जितना ऊपर तक उठा सकते हैं उठाएं। पैरों पर स्ट्रेच आना चाहिए। इससे नसों की अकड़न तो दूर होगी ही, साथ ही ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और नसें स्ट्रॉन्ग होती हैं। दोनों पैर से इसे दोहराएं।
काफ स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज
काफ स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज भी नसों में रूके हुए ब्लड, नसों की सूजन और वैरिकोज़ वेन्स की प्रॉब्लम दूर करने के लिए अच्छी एक्सरसाइज है।
- काफ स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करने के लिए दीवार का सहारा लेकर थोड़ा गैप करके खड़ी हो जाएं। हथेलियों को दीवार पर रखें। घुटने को मोड़ते हुए एक पैर उठाएं। जो पैर पीछे रहेगा उसे अच्छे से स्ट्रेच करें। जितनी देर होल्ड कर सकते हैं होल्ड करें।
- दूसरे पैर से भी ऐसा ही करें। रोजाना इस स्ट्रेचिंग से पैरों की नसें स्ट्रॉन्ग बनती हैं और ब्लड सर्कुलेशन में भी सुधार होता है।
सीटेड हैमस्ट्रिंग स्ट्रेच
नसों को स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए सीटेड हैमस्ट्रिंग स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज भी बेस्ट है।
- इस आप खड़े होकर या बैठकर भी कर सकते हैं। पैर को सामने की तरफ लाएं और उंगुलियों को ऊपर की तरफ स्ट्रेच करें।
- इसमें कमर, चेस्ट और पीठ बिल्कुल सीधा रखें। पीठ और पैरों में खिंचाव होगा। कुछ देर इस स्थिति में रूकें फिर नॉर्मल पोजिशन में आ जाएं। इसके बाद दूसरे पैर से भी ऐसा ही करें। 5-6 बार इस करना है।