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Eye Flu: दिल्ली-एनसीआर में बढ़ रहे आई फ्लू और हेपेटाइटिस ए, ई के मामले, इन तरीकों से रखें खुद को सुरक्षित

Eye Flu बारिश के मौसम के साथ ही कई सारी बीमारियों और संक्रमणों का खतरा भी तेजी से बढ़ गया है। दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई राज्यों में आई फ्लू और हेपेटाइटिस ए ई के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में इस मौसम में खुद को सुरक्षित और हेल्दी रखने के लिए आप आर्टिकल में बताई जा रही टिप्स को फॉलो कर सकते हैं।

By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Tue, 01 Aug 2023 09:21 AM (IST)
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दिल्ली-एनसीआर में बढ़ रहे आई फ्लू और हेपेटाइसिस के मामले

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Eye Flu: कंजंक्टिवाइटिस, जिसे आई फ्लू भी कहा जाता है, आंखों का एक संक्रमण है, जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैलता है। ऐसे लोग जो इस संक्रमण से संक्रमित हैं, उनसे सुरक्षित दूरी बनाए रखना इसे फैलने से रोकने के लिए जरूरी है। राजधानी दिल्ली में बीते कुछ दिनों से इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके अलावा इन दिनों राज्य में हेपेटाइटिस ए और ई के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों की मानें तो हेपेटाइटिस ए और ई का कारण दूषित पानी और भोजन है।

हेपेटाइटिस से ऐसे रहे सुरक्षित

डॉक्टर्स का दावा है कि दूषित भोजन और पानी की समस्या बढ़ती होती जा रही है। हालांकि, सही मेडिकल केयर, प्रॉपर आराम और स्वस्थ आहार लेने से लोग जल्दी ठीक हो जाते हैं। इसके अलावा पानी पीने से पहले इसे हमेशा पानी को चखें। हेपेटाइटिस ए या हेपेटाइटिस ई से पीड़ित मरीज को गैस्ट्रो, लिवर और किडनी से जुड़ी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। मानसून के मौसम में खासकर पानी जमा होने पर मच्छर-मक्खियों के साथ-साथ कई तरह के बैक्टीरिया और वायरस पनपने लगते हैं। ऐसे में बीमारियों और संक्रमण से खुद को सुरक्षित रखने के लिए निम्न बातों का ध्यान रखें-

  • मानसून में साफ-ताजे पानी और भोजन का भी सेवन करें।
  • इस दौरान बैक्टीरिया की प्रजनन करने की क्षमता काफी बढ़ जाती है, इसलिए खुले में रखी कोई भी खाने-पीने की वस्तु रखने से बचें।
  • मानूसन के सीजन में कोशिश करें कि हमेशा पैकेटबंद वस्तुओं का ही प्रयोग करें।

अपनी आंखों को आई फ्लू से कैसे बचाएं?

कंजंक्टिवाइटिस, जिसे आमतौर पर आई फ्लू कहा जाता है, आंख को कवर करने वाली परत में होने वाला संक्रमण है। धूल के कण, संक्रमण, रोगाणु और अन्य कारक सभी इस बीमारी के विकास में योगदान कर सकते हैं। संक्रमण के बाद, आंखों का सफेद भाग पूरी तरह से लाल हो जाता है और यह बेहद दर्दनाक और जलन भरा होता है। इसके कुछ शुरुआती लक्षणों में खुजली, लालिमा और आंखों से गीला, चिपचिपा पदार्थ निकलना शामिल है। आई फ्लू से बचने के लिए निम्न बातों का ध्यान रखें-

  • समय-समय पर अपने हाथ साबुन और पानी से धोते रहें।
  • सुबह उठने पर अगर आंखों पर पपड़ी जम गई है, तो इसे निकालने के लिए गर्म सेक का प्रयोग करें।
  • इस दौरान दिन में कई बार ठंडी और गर्म दोनों तरह की सेक ली जा सकती है।
  • निचली आंखें साफ रहें और उनमें से गंदगी निकल जाए,इसके लिए आई ड्रॉप का इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • डॉक्टर की सलाह पर ही आई ड्रॉप लें, क्योंकि कई आई ड्रॉप में स्टेरॉयड होता है, जो आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है।
  • आंखों को कभी भी रगड़ें नहीं, भले ही बहुत ज्यादा जलन हो।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Picture Courtesy: Freepik