Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

काम में नहीं लगता मन, छाई रहती है सुस्ती, तो हो सकता है आप आ गए हैं Mental Exhaution की चपेट में

मानसिक थकावट एक छिपा हुआ खतरा है जिसकी समय से पहचान न करने पर पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफदोनों को नुकसान पहुंच सकता है। इसके कई कारण हो सकते हैं जिसकी वजह से आपका दिमाग थकने लगता है। इसलिए इसके लक्षणों (signs of mental exhaustion) के बारे में जानकारी होना जरूरी है। इस आर्टिकल में मेंटल एग्जॉशन को कैसे मैनेज करें इस बारे में चर्चा करेंगे। आइए जानें।

By Swati Sharma Edited By: Swati Sharma Updated: Tue, 27 Aug 2024 08:25 PM (IST)
Hero Image
दिमागी थकान की इन लक्षणों से करें पहचान (Picture Courtesy: Freepik)

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Signs of Mental Exhaustion: मानसिक थकावट यानी मेंटल एग्जॉशन एक आम समस्या है, जो कई लोगों को प्रभावित करती है। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें व्यक्ति मानसिक रूप से थका हुआ महसूस करता है और अपने रोजमर्रा के कामों को करने में कठिनाई का सामना करता है। यदि आप मानसिक थकावट से पीड़ित हैं, तो ये जरूरी है कि आप इन संकेतों को पहचानें और उन्हें मैनेज करने के लिए कदम उठाएं।

मानसिक थकावट के संकेत

  • ज्यादा थकावट- यदि आप लगातार थका हुआ महसूस करते हैं, भले ही आप पूरी नींद ले रहे हों, तो यह मानसिक थकावट का संकेत हो सकता है।
  • फोकस करने में कठिनाई- यदि आप अपने काम पर फोकस करने में परेशानी महसूस करते हैं, तो यह मानसिक थकावट का एक और संकेत हो सकता है।
  • चिड़ाहट- मानसिक थकावट के कारण आप चिड़चिड़े, उदास या चिंतित महसूस कर सकते हैं।
  • याददाश्त की समस्याएं- यदि आपको चीजें या बातें याद रखने में कठिनाई होती है, तो यह मानसिक थकावट का संकेत हो सकता है।
  • नकारात्मक विचार- मानसिक थकावट के कारण आपके दिमाग में नकारात्मक विचार डेरा जमाने लगते हैं।
  • शारीरिक लक्षण- मानसिक थकावट के कारण आपको सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द या पाचन की समस्याएं भी हो सकती हैं।
  • एंटी-सोशल होना- यदि आप अपने दोस्तों और परिवार से समय बिताने में कम रुचि महसूस करते हैं, तो यह मानसिक थकावट का संकेत हो सकता है।
  • निर्णय लेने में कठिनाई- यदि आप छोटे से छोटा निर्णय लेने में कठिनाई महसूस करते हैं, तो हो सकता है कि आप मानसिक थकावट से जूझ रहे हों।
  • क्रिएटिविटी की कमी- यदि आप अपने काम या हॉबी में क्रिएटिविटी की कमी महसूस करते हैं, तो यह मानसिक थकावट का संकेत हो सकता है।
  • ज्यादा चिंता- यदि आप ज्यादा चिंता महसूस करते हैं, तो यह मानसिक थकावट का संकेत हो सकता है।

यह भी पढ़े: सेहत पर कहर बरपा सकता है Cortisol हार्मोन का बढ़ना, इन तरीकों से करें इसे कंट्रोल

मानसिक थकावट के कारण

  • तनाव- ज्यादा तनाव मानसिक थकावट का एक बड़ा कारण है।
  • नींद की कमी- पर्याप्त नींद न लेने से भी मानसिक थकावट हो सकती है।
  • अनहेल्दी डाइट- अनहेल्दी डाइट मानसिक थकावट का कारण बन सकता है।
  • ज्यादा काम का बोझ- आपकी क्षमता से ज्यादा काम का बोझ मानसिक थकावट का कारण बन सकता है।
  • दवाओं के दुष्प्रभाव- कुछ दवाओं के दुष्प्रभाव मानसिक थकावट का कारण बन सकते हैं।
  • मेडिकल कंडीशन- कुछ मेडिकल कंडीशन, जैसे डिप्रेशन या थायरॉइड की समस्याएं, मानसिक थकावट का कारण बन सकती हैं।

मानसिक थकावट से निपटने के तरीके

  • स्ट्रेस मैनेजमेंट- स्ट्रेस मैनेज करने के तरीकों की प्रैक्टिस करें, जैसे योग, ध्यान या गहरी सांस लेना।
  • पूरी नींद लें- रोज रात 7-9 घंटे की नींद लें।
  • हेल्दी डाइट खाएं- इस बात का ध्यान रखें कि आप भरपूर मात्रा में फल, सब्जियां, प्रोटीन, और हेल्दी फैट्स खा रहे हैं।
  • एक्सरसाइज करें- नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से मानसिक थकावट से निपटने में मदद मिल सकती है।
  • समय प्रबंधन- अपने समय का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल करें, ताकि आप अपने काम को समय सीमा के अंदर खत्म कर सकें और आपके पास अपनी पसंदीदा एक्टिविटीज के लिए भी समय बचे।
  • सोशल एक्टिविटीज में भाग लें- अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं।
  • डॉक्टर से सलाह लें- यदि आप मानसिक थकावट से गंभीर रूप से पीड़ित हैं, तो एक मनोवैज्ञानिक या डॉक्टर से सलाह लें।

यह भी पढ़े: ये है Work-life Balance हासिल करने का असली मंत्र, स्ट्रेस जैसी समस्याएं भी रहेंगी दूर