Arthritis Pain: लाइफस्टाइल में करेंगे ये बदलाव तो अर्थराइटिस के दर्द ले मिलेगी राहत
Arthritis Pain सही डाइट और लाइफस्टाइल हमारे जीवन में औषधि का काम करते हैं। अगर आप गठिया के दर्द से जूझ रहे हैं तो ऐसे फूड्स खाएं जो मददगार साबित हों। खासतौर पर जिनमें एंटीऑक्सिडेंट सूजन कम करने और एनाल्जेसिक गुण होते हैं। आर्थराइटिस में कई तरह के ताजे फल और सब्जियों के साथ संतुलित आहार लेने के साथ सहीवजन बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
By Jagran NewsEdited By: Ruhee ParvezUpdated: Fri, 07 Jul 2023 03:13 PM (IST)
नई दिल्ली,लाइफस्टाइल डेस्क। Arthritis Pain: अर्थराइटिस जोड़ों की सूजन और दर्द से जुड़ा रोग है। जिसको हिन्दी में गठिया भी कहा जाता है। यह बीमारी जोड़ों के साथ हमारी मांसपेशियों और हड्डियों को भी प्रभावित करती है। गठिया के मुख्य लक्षण जोड़ों का दर्द और जकड़न हैं, जो आमतौर पर उम्र के साथ बदतर होते जाते हैं। गठिया के सबसे आम प्रकार ऑस्टियोआर्थराइटिस और रूमेटाइड अर्थराइटिस हैं।
ऐसा कोई विशेष आहार है जो गठिया और अन्य मस्कुलोस्केलेटल स्थितियों को ठीक कर सके, अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए हर कोई स्वस्थ, संतुलित आहार खाने से लाभ उठा सकता है।
आपके आहार में परिवर्तन करके कुछ स्थितियों में मदद मिल सकती है। आइए जानें इसके बारे मेंः
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने न दें
ऑस्टियोआर्थराइटिस (osteoarthritis) से पीड़ित लोगों में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की संभावना अधिक हो जाती है, और कोलेस्ट्रॉल को कम करने से इस बीमारी के लक्षणों में सुधार हो सकता है। सही आहार से लोग अपने कोलेस्ट्रॉल के स्तर में तेजी से सुधार कर सकते हैं।
स्वस्थ वजन बनाए रखना
अधिक वजन होने से जोड़ों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और शरीर में अतिरिक्त फैट जमा होने से सूजन बढ़ती है। स्वस्थ वजन बनाए रखने से ऑस्टियोआर्थराइटिस के लक्षण कम हो सकते हैं।ओमेगा-3 लें
जब आप डाइट में कई तरह के हेल्दी फूड्स को शामिल करते हैं, तो इससे आपका शरीर चुस्त और दुरुस्त रहता है। कोशिश करें कि आप अपनी डाइट में मछली, दालें, मेवे, जैतून का तेल के साथ फल और सब्जियां भी खाएं, ताकि शरीर को हर तरह का पोषक तत्व मिले। इस तरह का संतुलित आहार आपके शरीर को एनर्जी देगा, वजन बढ़ने नहीं देगा और आप हेल्दी महसूस करेंगे। इससे आपका आर्थराइटिस भी कंट्रोल में रहेगा।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।