फ्लश करने के बाद भी पॉट में तैरती रहती है पॉटी, तो इसके पीछे हो सकती हैं ये वजहें
अगर आपकी भी पॉटी फ्लश करने के बावजूद पानी में तैरती रहती है तो ये संकेत हो सकता है कुछ बीमारियोंं की ओर। वैसे तो कई बार ये नॉर्मल है लेकिन अगर लगातार ये समस्या बनी रहे साथ ही पॉटी के रंग गंध में भी बदलाव नजर आए तो बिना ज्यादा देर किए आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
By Priyanka SinghEdited By: Priyanka SinghUpdated: Mon, 07 Aug 2023 07:00 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। आपने नोटिस किया है कई बार पॉटी करने के बाद जब हम उसे फ्लश करते हैं, तो वो बजाय फ्लश मतलब आसानी से बह जाने की जगह पानी पर तैरती रहती है। दो या तीन बार में वो फ्लश होती है। तो मल या स्टूल पानी पर तैरता क्यों है? आज के लेख में हम इसी के बारे में जानने वाले हैं। मल विसर्जन शरीर की एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, जिसकी मदद से हमारे शरीर से गंदगी को बाहर निकलती है। लेकिन जब मल त्याग सही तरीके से न हो, तो इस समस्या पर गौर करना बहुत जरूरी है।
गैसों का समावेशमल विसर्जन में शरीर से गंदगी बाहर निकलती है जिसमें कई प्रकार की गैसें भी निकलती हैं। इनमें से सबसे आम हैं कार्बन डाइऑक्साइड, मेथेन और हाइड्रोजन सल्फाइड, जो आमतौर पर हल्की होती हैं। इन गैसों की वजह से पॉटी पानी में डूबने की जगह तैरती रहती है।
मालएब्जॉर्प्शन की वजह से
रिजेंसी हॉस्पिटल के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी कंसल्टेंट, डॉ. अविनाश तिवारी ने बताया कि मालएब्जॉर्प्शन की वजह से भी पॉटी सही तरीके से फ्लश नहीं हो पाती। जैसे- वे लोगों जो लैक्टोज इनटॉलरेंस होते हैं, वे डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करते हैं, तो उन्हें भी इसकी समस्या होती है ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शरीर लैक्टोज को सही से तोड़ पाने में असमर्थ होता है।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर
इरिटेबल बॉउल सिंड्रोम और इनडाइजेशन से जूझ रहे लोगों के साथ भी ये समस्या होती है।पैनक्रिएटिक कैंसर
पैंक्रियाज आपके पेट के बीच में एक छोटी सी थैली जैसी ग्रंथि होती है। पैंक्रियाज खाने को शरीर की कोशिकाओं के लिए ईंधन में बदलने का काम करता है। अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार, पानी में तैरता हुआ मल पैनक्रिएटिक कैंसर का शुरुआती लक्षण भी हो सकता है। अगर एक ट्यूमर पैंक्रियाज को ब्लॉक करता है, तो ये खाने को ठीक से पचाने का काम नहीं कर पता है, जिससे मालएब्जॉर्प्शन हो सकता है। फैट की ज्यादा मात्रा की वजह से पॉटी को कई बार फ्लश करना पड़ता है।
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