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बरसात के दिनों में बच्चों को हेल्दी रखने के लिए फॉलो करें ये ईजी टिप्स

बदलते मौसम में लोग ऐसा सोचते हैं कि बच्चों को रोजाना नहीं नहलाना चाहिए। डॉक्टर की मानें तो बरसात के दिनों में भी बच्चे को रोजाना नहलाएं। डॉक्टर हमेशा बच्चों को नहलाने से पहले मालिश करने की सलाह देते हैं। इसके लिए नहलाने से पहले तेल मालिश जरूर करें।

By Pravin KumarEdited By: Updated: Fri, 16 Jul 2021 09:32 PM (IST)
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मच्छरों के प्रकोप से बच्चे को बचाने के लिए बाजू बंद कपड़ें पहनाएं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। बरसात के मौसम में चिलचिलाती गर्मी से राहत तो मिल जाती है, लेकिन मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। इस मौसम में मच्छरों के काटने से मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया और ज़ीका वायरस समेत कई बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही तापमान असमानता के चलते सर्दी-खांसी और जुकाम बीमारियां भी जन्म लेती हैं। डॉक्टर बरसात के मौसम में सेहतमंद रहने के लिए इम्यून सिस्टम मजबूत करने की सलाह देते हैं। मानसून में बच्चों को हेल्दी रखना आसान काम नहीं होता है। इस बारे में एक्सपर्ट्स का कहना है कि बच्चों की इम्युनिटी बेहद कमजोर होती है। इस वजह से बरसात के मौसम में बच्चे अधिक बीमार पड़ते हैं। अगर आप भी अपने बच्चे को मानसून में हेल्दी रखना चाहते हैं, तो ये ईजी टिप्स जरूर फॉलो करें-

सही कपड़ें पहनाएं

जैसा कि हम सब जानते हैं कि बरसात के दिनों में तापमान में असंतुलन रहता है। इसके लिए लाइट कपड़ें ही पहनाएं। आप चाहे तो कॉटन यानी सूती कपड़ें का इस्तेमाल करते हैं। मौसम के हिसाब से चेंज कर सकते हैं।

मच्छरों को दूर रखें

बरसात के मौसम में मच्छरों के प्रकोप से बच्चे को बचाने के लिए बाजू बंद कपड़ें पहनाएं। साथ ही कमरे में मॉस्कीटो लिक्विड को इस्तेमाल करें। आप चाहे तो मच्छर भगाने वाले पौधों को भी लगा सकते हैं।

रोजाना नहलाएं

बदलते मौसम में लोग ऐसा सोचते हैं कि बच्चों को रोजाना नहीं नहलाना चाहिए। डॉक्टर की मानें तो बरसात के दिनों में भी बच्चे को रोजाना नहलाएं। डॉक्टर हमेशा बच्चों को नहलाने से पहले मालिश करने की सलाह देते हैं। इसके लिए नहलाने से पहले तेल मालिश जरूर करें। ठंडे पानी से बच्चे को न नहलाएं। गुनगुना गर्म पानी से नहलाएं।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।