Delhi Pollution: आपके बच्चे का दम घोंटने लगी है दिल्ली की जहरीली हवा, तो इन तरीकों से करें उनकी देखभाल
Delhi Pollution बीते कुछ समय से राजधानी दिल्ली की हवा की गुणवत्ता लगातार गिरती जा रही है। ऐसे में बढ़ते प्रदूषण में लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। खासकर बच्चों के लिए ऐसा वातावरण काफी हानिकारक है। अगर आप अपने बच्चे के इस प्रदूषण में सुरक्षित रखना चाहते हैं तो ये टिप्स आपके काम आ सकते हैं।
By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Sun, 29 Oct 2023 10:08 AM (IST)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Delhi Pollution: बीते कुछ समय से राजधानी दिल्ली में लगातार प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। दिल्ली ही नहीं देश के अन्य हिस्सों में भी इस समय प्रदूषण चिंता का विषय बना हुआ है। बढ़ते वायु प्रदूषण का लोगों की सेहत पर भी बुरा असर पड़ रहा है। खासकर आपके फेफड़े इस वजह से काफी प्रभावित हो रहे हैं। बच्चों और बुजुर्गों के लिए ऐसा वातावरण काफी हानिकारक हो सकता है।
ऐसे में जरूरी है कि बढ़ते प्रदूषण से अपने बच्चों को बचाने के लिए जरूरी कदम उठाए जाए। वायु प्रदूषकों के संपर्क में आने से उनकी सेहत पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता हैं, जिनमें सांस से जुड़ी समस्याएं, विकास संबंधी समस्याएं और यहां तक कि दीर्घकालिक स्वास्थ्य जोखिम भी शामिल हैं। ऐसे में कुछ सावधानियों की मदद से आप अपने बच्चे को बढ़ते प्रदूषण में सुरक्षित रख सकते हैं।
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घर के अंदर स्वच्छ वातावरण बनाएं
बाहरी वायु प्रदूषण के प्रभाव को कम करने के लिए इस बात का ध्यान रखें कि आपका बच्चा जिस घर में रह रहा है औक जहां सांस लेता है वह साफ हो। घर के अंदर प्रदूषकों को हटाने के लिए एचईपीए (HEPA) फिल्टर वाले एयर प्यूरिफायर का इस्तेमाल करें और घर के अंदर धूम्रपान करने या मोमबत्तियां या धूप जलाने से बचें।
सही वेंटिलेशन की व्यवस्था
जब भी बाहर की हवा की गुणवत्ता अच्छी हो, तो घर में ताजी हवा का संचार करने के लिए खिड़कियां और दरवाजे खोल दें। ध्यान रखें कि सही वेंटिलेशन से घर के अंदर वायु प्रदूषकों को कम करने और वायु की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद मिल सकती है।वायु गुणवत्ता की निगरानी करें
अपने क्षेत्र में वायु गुणवत्ता के बारे में जानकारी रखें। कई एप्स और वेबसाइट्स की मदद से आप वायु गुणवत्ता का पता लगा सकते हैं। इसकी मदद से आप बेहतर वायु गुणवत्ता वाले दिनों में बाहरी गतिविधियों की योजना बना सकते हैं। वहीं, खराब वायु गुणवत्ता वाले दिनों में, अपने बच्चे की बाहरी गतिविधियों को सीमित करना सबसे अच्छा है।