Seasonal Flu में तेजी से बढ़ रहे इन्फेक्शन के मामले, इन टिप्स को अपनाकर रखें अपना ख्याल
सर्दियों का मौसम में धीरे-धीरे जाने लगा है। ऐसे में बदलते मौसम का असर अब हमारी सेहत पर भी दिखने लगा है। तापमान में जारी उतार-चढ़ाव के साथ ही Seasonal Flu का दौर भी जारी है। ऐसे में कई लगातार फ्लू का शिकार हो रहे हैं। सीजनल फ्लू इन्फ्लूएंजा (फ्लू) इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होने वाला एक एक्यूट रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन है। आइए जानते हैं कैसे करें इससे बचाव-
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। बीते कुछ दिनों से मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है। तापमान में जारी उतार-चढ़ाव की वजह से सेहत पर भी असर पड़ने लगा है। अक्सर सर्दियों के बीतते मौसम के साथ ही फ्लू (Seasonal Flu) के मामले तेजी से बढ़ने लगते हैं। पिछले कुछ दिनों से फ्लू के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के मुताबिक सीजनल फ्लू या मौसमी इन्फ्लूएंजा (फ्लू) इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होने वाला एक एक्यूट रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन है, जो दुनिया के सभी हिस्सों में आम है।
यह ज्यादातर लोगों बिना उपचार के ठीक हो जाता है। इन्फ्लूएंजा लोगों के खांसने या छींकने पर आसानी से फैलता है। वैक्सीनेशन इस बीमारी से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है। इन्फ्लूएंजा के लक्षणों में तेज बुखार, खांसी, गले में खराश, शरीर में दर्द और थकान शामिल हैं। ऐसे में इससे बचने के लिए आप कुछ उपाय अपना सकते हैं। आइए जानते हैं फ्लू सीजन में कैसे रखें अपना ख्याल-
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ऐसे करें फ्लू से बचाव
सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (CDC) के मुताबिक मौसमी फ्लू और इसकी संभावित गंभीर जटिलताओं को कम करने का सबसे अच्छा तरीका हर साल वैक्सीनेशन करवाना है। इसके अलावा कुछ अन्य आदतों को अपनाकर भी आप इससे बचे सकते हैं।
निकट संपर्क से बचें
जो लोग बीमार हैं, उनके निकट संपर्क से बचें। साथ ही जब आप बीमार हों, तो दूसरों को भी बीमार होने से बचाने के लिए उनसे दूरी बनाए रखें। जब तक आप ठीक नहीं होते, घर पर रहें। अगर संभव हो, तो बीमार होने पर स्कूल-कॉलेज और ऑफिस से दूर रहें। इससे आपकी बीमारी को फैलने से रोकने में मदद मिलेगी।अपना मुंह और नाक ढकें
खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को रुमाल से ढकें। यह आपके आसपास के लोगों को बीमार होने से बचा सकता है। फ्लू के वायरस मुख्य रूप से फ्लू से पीड़ित लोगों के खांसने, छींकने या बात करने से निकलने वाली बूंदों से फैलते हैं।