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कैंसर को बुलावा देते हैं ये फूड आइटम्स, आज ही इन्हें अपनी डाइट से करें बाहर

कैंसर एक गंभीर बीमारी है जो दुनियाभर में कई लोगों को प्रभावित करती है। यह बीमारी किसी को भी अपनी चपेट में ले सकती है और अगर समय रहते इसकी पहचान और सही इलाज न किया जाए तो यह जानलेवा भी साबित हो सकती है। हमारी लाइफस्टाइल और खानपान की आदतें काफी हद तक कैंसर के खतरे को बढ़ाती है।

By Jagran News Edited By: Harshita Saxena Updated: Fri, 21 Jun 2024 06:30 AM (IST)
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कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं ये फूड्स (Picture Credit- Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। कैंसर एक जानलेवा बीमारी है, जिसकी सही समय पर पहचान करना बहुत ही महत्व रखता है। समय पर पहचान के साथ इससे बचाव भी बहुत मायने रखता है। हमारी कुछ आदतें ही कभी-कभी इस खतरनाक बीमारी को बुलावा दे देती हैं। इनमें सबसे अहम है हमारा खानपान। स्वस्थ जीवनशैली और पौष्टिक आहार को बढ़ावा देने से कैंसर से काफी हद तक बचाव किया जाता है, क्योंकि खाने-पीने की ही कुछ चीजें कैंसर को भी न्योता दे सकती हैं, जिसकी जानकारी होना जरूरी है। आइए जानते हैं कि ऐसे कौन से फूड्स हैं, जिनसे हो सकता है कैंसर और जिन्हें खाने से कैंसर एक्सपर्ट भी मना करते हैं-

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फ्राइड फूड्स

फ्राइड फूड्स जैसे पूड़ी, कचौड़ी, समोसे, फ्रेंच फ्राइज़, पकौड़े आदि के अधिक सेवन से वजन बढ़ने का और डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है। ये चीजें ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और इंफ्लेमेशन बढ़ाती हैं, जिससे कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।

शुगर और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट

ज्यादा मात्रा में शुगर और स्टार्ची फूड्स का सेवन करने से टाइप 2 डायबिटीज और मोटापे का शिकार हो सकते हैं। दोनों ही स्थिति में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ता है और साथ में कैंसर होने का खतरा भी बढ़ता है।

आर्टिफिशियल स्वीटनर

WHO कैंसर रिसर्च एजेंसी के अनुसार आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाला आर्टिफिशियल स्वीटनर एस्पर्टेम को संभावित रूप से कार्सिनोजेनिक प्रकृति का होने वाली कैटेगरी में रखा गया है।

प्रोसेस्ड मीट

ऐसा मीट जिसे साल्टिंग, क्यूरिंग, कैनिंग या स्मोकिंग से प्रिजर्व कर के रखा जाता है, उसे प्रोसेस्ड मीट कहते हैं। अधिकतर प्रोसेस्ड मीट रेड मीट होता है। हॉट डॉग, सलामी, सॉसेज जैसे प्रोसेस्ड मीट के सेवन से बचना चाहिए।

ओवरकुक फूड्स

कुछ खाने की चीजें जैसे मीट, जिन्हें आवश्यकता से अधिक पका दिया जाता है तो ये कार्सिनोजन बनाने लगते हैं। अधिक तापमान पर खाना बनाने से या फिर ओपन फ्लेम में खाना पकाने से वो ओवरकुक हो सकता है। ग्रिलिंग, बारबेक्यू या पैन फ्राइंग में खाने के ओवरकुक होने की संभावना बढ़ जाती है।

शराब

शराब का सेवन करने से लिवर इसे एसेटालडिहाइड में तोड़ देता है, जो कि एक कार्सिनोजेनिक कंपाउंड है।

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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।