Diet for Paralysis Patient: लकवे के मरीज़ अपनी डाइट से करें लकवा के असर को कम, जानिए बेस्ट डाइट
Diet for Paralysis Patient लकवे का असर बॉडी के किसी भी हिस्से पर हो सकता है। स्ट्रोक की वजह सेशरीर का आधा हिस्सा लकवा से ग्रस्त हो सकता है। इस बीमारी के कारण मुंह होंठ या संबंधित अंग टेढ़े हो जाते हैं।
By Shahina Soni NoorEdited By: Updated: Thu, 08 Jul 2021 12:05 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। लकवा एक ऐसी गंभीर बीमारी है, जिसका जल्द उपचार नहीं किया जाए, तो मरीज़ तमाम उम्र इस बीमारी को मात नहीं दे सकता। इस बीमारी का मुख्य कारण दिमाग के एक हिस्से में खून का प्रवाह रुकने की वजह से उस हिस्से को होने वाली क्षति होता है। लकवा के मरीज़ों की बात करें तो करीब 85 प्रतिशत लोगों में दिमाग की खून की नली अवरुद्ध होने पर और करीब 15 प्रतिशत में दिमाग में खून की नस फटने से लकवा होता है। लकवे का असर बॉडी के किसी भी हिस्से पर हो सकता है। स्ट्रोक की वजह से शरीर का आधा हिस्सा लकवा से ग्रस्त हो सकता है। इस बीमारी के कारण मुंह, होंठ या संबंधित अंग टेढ़े हो जाते हैं। आयुर्वेद के मुताबिक मरीज़ की डाइट लकवा के असर को कम कर सकती है। आइए जानते हैं कि लकवा के मरीज़ों की डाइट कैसी हो और उन्हें किन चीज़ों से परहेज करना चाहिए।
लकवा के मरीज क्या खाएं?
- लकवा के मरीज़ अनाज में गेहूं, जौ, और बाजरा का सेवन करें।
- दालों की बात करें तो उनके लिए मूंग की दाल और कुलथ बेहद फायदेमंद है।
- सब्जियों में मरीज़ को चाहिए कि वो हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, सहजन, पत्ता गोभी और ब्रोकोली का सेवन करें।
- फलों में मरीज अपनी डेली डाइट में अनार, फालसा, अंगूर, हल्दी, सेब, पपीता, संतरा, चेरी और तरबूजा खाए।
- मैदा, अरहर, मटर, चना से परहेज करें।
- फल और सब्जियों की बात करें तो आलू, टमाटर, नींबू, जामुन, करेला, केला, भिंडी और मूंगफली से दूरी बनाएं।
- तेल और घी के अधिक सेवन से परहेज करें। इसके अलावा सुपारी, ज्यादा नमक, पूरी, समोसा, चाट-पकोड़ा, मक्खन, आइसक्रीम, चाय, काफी से भी परहेज करें।
- भारी भोजन जैसे छोले, राजमा, उड़द चना मटर सोयाबीन, बैंगन, कटहल जैसी चीजें बिल्कुल नहीं खाएं।
- ठंडी चीजें, पनीर और चॉकलेट से परहेज़ करें।
- तैलीय मासलेदार खाना, नॉनवेज, अचार, कोल्ड ड्रिंक्स, बेकरी उत्पाद, शराब, फ़ास्ट फ़ूड, डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ से परहेज करें।