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Monsoon में नहीं होना चाहते टाइफाइड, डायरिया का शिकार, तो खानपान के दौरान बरतें ये जरूरी सावधानियां

मानसून में सेहत पर थोड़ा ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। इस मौसम में तीखा चटपटा खाने का बहुत ज्यादा दिल करता है। ऐेसे में जरा सी लापरवाही आपको डायरिया टाइफाइड जैसी समस्याएं दे सकती है। इसलिए इस मौसम में खानपान पर खासतौर से ध्यान देने की सलाह दी जाती है। स्ट्रीट फूड्स के साथ ठंडी चीजें और बहुत मसालेदार खाना अवॉयड करें।

By Priyanka Singh Edited By: Priyanka Singh Updated: Thu, 29 Aug 2024 08:34 AM (IST)
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बारिश के मौसम में क्या न खाएं (Pic credit- freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। गरमा-गरम समोसे, पकौड़े, चाट इन सबकी खुशबू ऐसी होती है कि इन्हें खाने से खुद को रोक पाना बड़ा ही मुश्किल होता है और बारिश के मौसम में तो इन्हें खाने की और भी ज्यादा तलब होती है, लेकिन इस मौसम में खानपान में जरा सी भी लापरवाही पेट से जुड़ी कई सारी समस्याओं की वजह बन सकती है। आयुर्वेद के अनुसार, वर्षा ऋतु में पनपने वाले बीमारियों से बचने का राज हमारे खानपान में ही छिपा हुआ है। इस मौसम में हमारे शरीर की पाचन क्रिया धीमी हो जाती है, ऐसे में बहुत ज्यादा तला-भुना, मसालेदार भोजन गैस, एसिडिटी, अपच जैसी समस्याओं की वजह बन सकता है। अगर आप नहीं होना चाहते इनका शिकार, तो जान लें बारिश के मौसम में किन चीजों को खाना-पीना अवॉयड करना चाहिए।

1. सड़क का भोजन 

पानी पुरी, चाट, भेल पुरी जैसी चीजें बनाने में कई बार स्वच्छता का पालन नहीं किया जाता और कई बार तो दूषित पानी का भी इस्तेमाल किया जाता है, जिससे टाइफाइड का जोखिम बढ़ सकता है। ऐसे ही चटनी और सॉस को अक्सर खुले डिब्बों में रखा जाता है और कई बार तो बासी भी परोस दिया जाता है, जो सेहत को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा सकते हैं। अगर आपको ऐसी चीजें खाने का दिल कर रहा है, तो किसी साफ-सुथरी जगह से खाएं। 

2. मांस, मछली, और अंडे

वैसे तो इस मौसम में इन चीजों को खाना अवॉयड ही करें, लेकिन अगर खा रहे हैं, तो अच्छी तरह पकाकर ही खाएं। वर्षा ऋतु में नमी के चलते इन चीजों के जल्दी खराब होने का खतरा रहता है। जिसे खाने से सेहत बहुत ज्यादा खराब हो सकती है। 

3. ठंडे खाद्य और पेय पदार्थ 

ठंडी चीजें खाने और पीने से बचें, जैसे आइसक्रीम, ठंडा जूस, कोल्ड कॉफी वगैरह। ठंडा भोजन करने से सांस से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं, साथ ही सर्दी- जुकाम और खांसी भी। पाचन तंत्र को बेहतर बनाने के लिए गुनगुने पानी का सेवन करें।

4. तला और मसालेदार भोजन

तला और मसालेदार भोजन कफ दोष बढ़ाने का काम करते हैं, इसके साथ ही इनसे वजन बढ़ने, सूजन और स्किन से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं। ऐसे भोजन को पचाना भी मुश्किल होता है, खासकर बरसात के मौसम में। ये मेटाबॉलिज्म को धीमा करते हैं। जब खाना सही से नहीं पचता, तो दिन भर आलसपन का एहसास होता रहता है। इसके अलावा ज्यादा मात्रा में ऐसी चीजों का सेवन करने से बॉडी में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है, जो हार्ट से जुड़ी परेशानियां पैदा कर सकता है। इन सबसे बचे रहने के लिए ऐसे खाद्य पदार्थ चुनें जो हल्के हों और पचाने में आसान हों। 

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5. खट्टे खाद्य पदार्थ

टमाटर, खट्टे फल और सिरका जैसे खाद्य पदार्थ पित्त दोष को बढ़ा सकते हैं, जिससे एसिड रिफ्लक्स, सीने में जलन और त्वचा पर चकत्ते हो सकते हैं। ये भोजन पहले से मौजूद पाचन समस्याओं को और भी बदतर बना सकते हैं। इसके अलावा, खट्टे या अम्लीय खाद्य पदार्थ खाने से पेट में एसिड का उत्पादन बढ़ सकता है जो अल्सर जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं को बढ़ा सकता है।

अगर आप इस मौसम में नहीं होना चाहते इन बीमारियों का शिकार, तो इन बातों का खासतौर से रखें ध्यान।

(डॉ. स्मिता नारम, आयुशक्ति की को-फाउंडर से बातचीत पर आधारित) 

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