Estrogen लेवल में असंतुलन से हो सकती हैं कई समस्याएं, डाइट में ये फूड्स शामिल करने से मिल सकता है लाभ
एस्ट्रोजन महिलाओं की रिप्रोडक्टिव हेल्थ के लिए बेहद जरूरी होता है। यह शरीर में कई अन्य महत्वपूर्ण भूमिकाएं भी निभाता है। इसलिए इसका लेवल संतुलित रखना बेहद जरूरी होता है लेकिन कई बार किन्हीं वजहों से इसके लेवल में असंतुलन हो जाता है जिसमें सुधार करने के लिए डाइट में सुधार करना आवश्यक होता है। जानें किन फूड्स से एस्ट्रोजन लेवल संतुलित रखने में मदद मिलती है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Foods for Estrogen: एस्ट्रोजन एक ऐसा हार्मोन है जो महिलाओं के लिए बेहद आवश्यक माना जाता है। यह हार्मोन महिलाओं में यौन और प्रजनन स्वास्थ्य के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। इनके अलावा, एस्ट्रोजेन कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल करने, ब्लड शुगर लेवल, हड्डियों और मांसपेशियों के लिए, कोलाजेन बनाने और दिमाग के सुचारू फंक्शन के लिए भी काफी महत्वपूर्ण होता है। इसलिए इस हार्मोन का लेवल बढ़ने या घटने से शरीर में कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं।
अगर एस्ट्रोजन लेवल कंट्रोल में न रहे तो अनियमित पीरियड्स, पीरियड के दौरान हेवी ब्लीडिंग या कम ब्लीडिंग, वजन बढ़ना, तनाव, मूड स्विंग, ओवरी में सिस्ट जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। एस्ट्रोजन लेवल असंतुलित होने पर कई महिलाओं को दवाइयों का सहारा लेना पड़ता है, लेकिन इसके साथ अपनी डाइट में सुधार करके भी आप इसके लेवल को असंतुलित होने से बचा सकते हैं।
इसलिए इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे फूड्स के बारे में बताने वाले हैं, जिन्हें डाइट में शामिल करने से एस्ट्रोजन लेवल को संतुलित रखने में मदद मिलती है। आइए जानते हैं किन फूड्स से मिल सकती है मदद।
सोया
सोया प्रोडक्ट्स जैसे टोफू, सोया मिल्क आदि में फाइटोएस्ट्रोजन की भरपूर मात्रा पाई जाती है। यह प्लांट से मिलने वाला एस्ट्रोजन का प्रकार होता है। इसलिए इसके सेवन से एस्टोजन की कमी को दूर करने में मदद मिलती है।
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बीन्स और दाल
बीन्स और दाल फाइबर से भरपूर होते हैं, जो शरीर में मौजूद एस्ट्रोजन को कम करने में मदद करते हैं। इन फूड्स की मदद से हार्मोनल संतुलन से बचाव में मदद मिलती है।
क्रुसिफेरस सब्जियां
क्रुसिफेरस सब्जियां जैसे फूलगोभी, पत्तागोभी, ब्रोकली, पालक आदि में ऐसे कंपाउंड्स पाए जाते हैं, जो एस्ट्रोजन के मेटाबॉलिज्म में मदद करते हैं, जिससे इसकी मात्रा संतुलित रहती है।साबुत अनाज
साबुत अनाज जैसे ओट्स, कीनुआ, दलिया आदि में अधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो एस्ट्रोजन लेवल को संतुलित रखने में मदद करता है।