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Cancer: इन पांच तरह के कैंसर से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं भारतीय, जानें कैसे कर सकते हैं अपना बचाव

भारत में लगातार कैंसर के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। कई अध्ययनों में यह सामने आ चुका है कि आने वाले वर्षों में भारत में कैंसर तेजी से बढ़ेगा। ऐसे में लोगों में देश में होने वाले कैंसर के सबसे आम प्रकारों के बारे में जागरुकता जरूरी है।

By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Sun, 19 Feb 2023 11:46 AM (IST)
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भारत में आम हैं कैंसर के ये पांच प्रकार
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Cancer: बिगड़ती लाइफस्टाइल और खानपान में लापरवाही की वजह से इन दिनों लोग कई समस्याओं का शिकार होते जा रहे हैं। डायबिटीज,बीपी जैसी बीमारियां आजकल काफी आम हो चुकी है। हमारे आसपास लगभग हर कोई इस समस्या से परेशान है। कैंसर भी इन्हीं गंभीर बीमारियों में से एक है। कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिससे दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित हैं और यह मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है। बीते कुछ समय से भारत में कैंसर के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। हर साल कैंसर के अनुमानित 2.5 मिलियन नए मामले सामने आते हैं। भारत में कैंसर के सबसे आम प्रकारों में स्तन कैंसर, फेफड़े का कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, मुंह का कैंसर और पेट का कैंसर हैं। कैंसर के इन गंभीर रूपों के बारे में जानने के लिए हमने नई दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल की वरिष्ठ सलाहकार और सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. रूकाया अहमद मीर से बातचीत की।

स्तन कैंसर

स्तन कैंसर महिलाओं को होने वाला सबसे प्रमुख कैंसर है। भारतीय महिलाओं में यह सबसे आम प्रकार का कैंसर है, जो भारत में महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौतों का दूसरा सबसे आम कारण है। यह कैंसर के मुख्य रूप से आयु, आनुवंशिकी, हार्मोनल असंतुलन, शराब, जीवनशैली, व्यायाम की कमी और अस्वास्थ्यकर आहार जैसे कारकों की वजह होता है। जिन महिलाओं का स्तन कैंसर का पारिवारिक इतिहास है, उनमें इस बीमारी के विकसित होने का खतरा अधिक होता है।

फेफड़े का कैंसर

फेफड़े का कैंसर भारत में दूसरा सबसे आम कैंसर है। यह कैंसर मुख्य रूप से धूम्रपान और प्रदूषित धुएं के संपर्क में आने की वजह से होता है। इसके अलावा इसके अन्य जोखिम कारकों में वायु प्रदूषण, रेडॉन गैस के संपर्क में आना और पारिवारिक इतिहास शामिल हैं।

सर्वाइकल कैंसर

सर्वाइकल कैंसर भारतीय महिलाओं में पाया जाने वाला कैंसर का तीसरा सबसे आम प्रकार है। कैंसर का यह प्रकार मानव पेपिलोमावायरस (एचपीवी) वायरस की वजह से होता है। इसके अलावा असुरक्षित यौन संबंध, एक से ज्यादा लोगों से यौन संबंध, धूम्रपान, पोषण की कमी और अन्य स्वास्थ्य स्थितियों के कारण कमजोर प्रतिरक्षा की वजह से भी सर्वाइकल कैंसर होने की संभावना रहती है।

ओरल कैंसर

ओरल कैंसर को मुंह के कैंसर के रूप में भी जाना जाता है। कैंसर के यह प्रकार पीड़ित के मुंह को प्रभावित करता है। ओरल कैंसर मुख्य रूप से तंबाकू उत्पादों जैसे सिगरेट, बीड़ी और गुटका आदि को उपयोग के कारण होता है। इसके साथ ही शराब का सेवन और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली भी मुंह के कैंसर की वजह बन सकती है।

पेट का कैंसर

भारत में पांचवा कैंसर का सबसे आम प्रकार पेट का कैंसर है। यह कैंसर पेट की परत को प्रभावित करता है। यह मुख्य रूप से हेलिकोबैक्टर पाइलोरी के पुराने संक्रमण के कारण होता है। वहीं, इसके अन्य जोखिम वाले कारकों में धूम्रपान, पारिवारिक इतिहास और गैस्ट्राइटिस और पेप्टिक अल्सर जैसी कुछ चिकित्सीय स्थितियां शामिल हैं।

इन बातों का रखें ध्यान

भारत में कैंसर के इन सबसे आम प्रकारों के बारे में जागरुक होना बेहद जरूरी है। कई अध्ययनों में यह सामने आ चुका है कि भारत में आने वाले समय में कैंसर के मामले तेजी से बढ़ जाएंगे। ऐसे में इससे बचने के लिए जरूरी है कि सभी स्वस्थ आहार का सेवन करे, धूम्रपान और अत्यधिक शराब के सेवन से बचने के साथ ही नियमित जांच भी कराते रहे। इन उपायों को करने से कैंसर के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है। कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसका अगर वक्त रहते इलाज किया जाए, तो इसे खतरनाक और गंभीर रूप लेने से रोका जा सकता है।

Picture Courtesy: Freepik