Rock Salt Benefits: उच्च रक्तचाप से लेकर कब्ज तक, इन बीमारियों में फायदेमंद है सेंधा नमक का पानी
Rock Salt Benefits जानकारों की मानें तो सेंधा नमक में पोटेशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से उच्च रक्तचाप में आराम मिलता है। डॉक्टर भी उच्च रक्तचाप के मरीजों को सेंधा नमक खाने की सलाह देते हैं।
By Pravin KumarEdited By: Updated: Fri, 30 Sep 2022 08:12 PM (IST)
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Rock Salt Benefits: उच्च रक्तचाप को हाइपरटेंशन भी कहा जाता है। इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है। यह बीमारी अत्यधिक तनाव लेने की वजह से होती है। इस स्थिति में व्यक्ति को घबराहट, बेचैनी, सिरदर्द और थकान जैसी समस्या होती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को ब्लड प्रेशर की जांच नियमित रूप से करानी चाहिए। इससे महिला और पुरुष दोनों प्रभावित हो सकते हैं। इसके लिए सही दिनचर्या का पालन करें। उचित खानपान करें और रोजाना एक्सरसाइज करें। इसके अलावा, सीमित मात्रा में नमक का सेवन करें। विश्व स्वास्थ्य संगठन की मानें तो नमक के अधिक सेवन से उच्च रक्तचाप बढ़ने लगता है। इसके लिए खाने में नमक का अधिक सेवन न करें। वहीं, उच्च रक्तचाप को कंट्रोल करने के लिए रोजाना सुबह में सेंधा नमक वाला पानी पिएं। आइए जानते हैं-
-जानकारों की मानें तो सेंधा नमक में पोटेशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से उच्च रक्तचाप में आराम मिलता है। आसान शब्दों में कहें तो उच्च रक्तचाप कंट्रोल में रहता है। इसके लिए डॉक्टर भी उच्च रक्तचाप के मरीजों को सेंधा नमक खाने की सलाह देते हैं। हालांकि, अत्यधिक मात्रा में सेंधा नमक का सेवन सेहत के लिए नुकसानदेह होता है। अतः सीमित मात्रा में सेंधा नमक का सेवन करें। वहीं, उच्च रक्तचाप को कंट्रोल करने के लिए रोजाना सुबह में सेंधा नमक का पानी पिएं।
-बदलते मौसम में होने वाली बीमारियों जैसे गले की खराश, खांसी और बंद नाक में सेंधा नमक का पानी फायदेमंद साबित होता है। इसके सेवन से फेफड़ें भी स्वस्थ रहते हैं।
-पेट संबंधी विकारों को दूर करने में सेंधा नमक कारगर साबित होता है। साथ ही कब्ज, सूजन, पेट दर्द आदि परेशानियों में भी हिमालयन साल्ट उपयोगी है। इसमें आवश्यक पोषक तत्व और खनिज पाए जाते हैं। साथ ही शरीर में मौजूद टॉक्सिन बाहर निकल जाता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।