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हजारों-लाखों साल पुराने हैं ये 7 Viruses, आज भी जारी है इनका प्रकोप

विभिन्न तरह के वायरस (Viruses) हमारे इम्यून सिस्टम पर हमला कर हमें अपना शिकार बना लेते हैं। ये वायरस हमें कई तरह से प्रभावित करते हैं। हमारे आसपास ऐसे कई वायरस मौजूद हैं जो सिर्फ आज से ही नहीं बल्कि हजारों-लाखों साल से मानवों और जंतुओं को संक्रमित कर रहे हैं। आइए जानते हैं दुनिया के सबसे पुराने वायरस के बारे में।

By Harshita Saxena Edited By: Harshita Saxena Updated: Tue, 19 Mar 2024 05:40 PM (IST)
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कई वर्षों से लोगों को संक्रमित कर रहे ये वायरस

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हमारे आसपास कई ऐसे वायरस (Viruses) मौजूद हैं, जो विभिन्न बीमारियों की वजह बनते हैं। चाहे कोरोना वायरस (Coronavirus) हो या निपाह वायरस (Nipah Virus), हर कोई इनके गंभीर परिणामों से भली-भांति परिचित है। मौजूदा समय में अलग-अलग प्रकार के वायरस लोगों के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये वायरस लाखों वर्षों से अपना अस्तित्व बनाए हुए हैं। भले ही इनकी उपत्ति आज भी रहस्य बनी हुई है, लेकिन बीते कई वर्षों से यह हमारे बीच मौजूद हैं।

ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे वायरस के बारे में, जो दुनिया में सबसे पुराने हैं और लाखों-करोड़ों साल से हमारे बीच मौजूद हैं। आइए जानते हैं दुनिया के सबसे पुराने वायरस-

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एंडोजीनस रेट्रोवायरस (ईआरवी)

एंडोजीनस रेट्रोवायरस यानी ईआरवी दुनिया का सबसे पुराना वायरस है। यह वायरस लाखों साल से अपने होस्ट के जीनोम में मौजूद हैं। पुराने समय में यह वायरल इन्फेक्शन और होस्ट-वायरस इंटरैक्शन का कारण बनते थे।

हेपेटाइटिस बी वायरस (एचबीवी)

एचबीवी सबसे पुराने वायरस में से एक है, जिससे होने वाले इन्फेक्शन के मामले कई वर्षों पहले भी पाए जाते थे। प्राचीन डीएनए अध्ययनों में कुछ ममीफाइड ह्यूमन्स में एचबीवी सीक्वेंसेस का पता चला है, जिससे पुराने समय में इसकी व्यापकता के बारे में जानकारी मिलती है।

ह्यूमन पैपिलोमावायरस (एचपीवी)

एचपीवी एक और प्राचीन वायरस है, जो कई वर्षों से मनुष्यों को संक्रमित कर रहा है। प्राचीन डीएनए के अध्ययन ने प्राचीन मानव आबादी में एचपीवी सीक्वेंस की पहचान की गई है, जो इसके पुराने वायरस होने का संकेत देती है।

हर्पीस वायरस

हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस (एचएसवी) और एपस्टीन-बार वायरस (ईबीवी) सहित विभिन्न हर्पीस वायरस की मौजूदगी के सबूत प्राचीन काल में पाए जाते हैं। लाखों वर्षों से इसका अपने होस्ट के विकास के साथ सह-विकास हुआ है।

इन्फ्लूएंजा वायरस

इन्फ्लूएंजा वायरस संभवतः लाखों वर्षों से कशेरुकी जंतुओं (vertebrates) को संक्रमित कर रहे हैं। पर्माफ्रॉस्ट में संरक्षित प्राचीन वायरल आरएनए के अध्ययन से इन्फ्लूएंजा वायरस के प्राचीन स्ट्रेन्स की जानकारी मिलती है।

पॉलीओमा वायरस

पॉलीओमा वायरस प्राचीन वायरस का एक परिवार है, जो मनुष्यों सहित विभिन्न कशेरुक प्रजातियों (vertebrates) में पाया जाता है। प्राचीन डीएनए अध्ययनों ने पुरानी मानव आबादी में इस वायरस की पहचान की है।

पॉक्स वायरस

वेरियोला वायरस (चेचक का एजेंट) सहित पॉक्स वायरस भी दुनिया के पुराने वायरस में से एक है। यह वायरस संभवतः हजारों वर्षों से मनुष्यों को संक्रमित कर रहे हैं। प्राचीन डीएनए अध्ययनों में चेचक के इतिहास के सबूत मिले हैं।

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Picture Courtesy: Freepik