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बरसात में बढ़ जाता है Food Borne Disease का खतरा, FSSAI की बताई इन फूड सेफ्टी गाइडलाइन्स से रहें सुरक्षित

बरसात के मौसम में सिर्फ मच्छरों से होने वाली बीमारियां ही नहीं बल्कि खाने की वजह से होने वाली बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। इस मौसम में Food Borne Disease काफी आम होती हैं। ऐसे में इससे बचने के लिए FSSAI ने कुछ जरूरी गाइडलाइन्स जारी की है। आइए जानते हैं क्या है फूड सेफ्टी के लिए यह जरूरी गाइडलाइन्स।

By Harshita Saxena Edited By: Harshita Saxena Updated: Thu, 18 Jul 2024 02:05 PM (IST)
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FSSAI ने जारी की फूड सेफ्टी गाइडलाइन्स (Picture Credit- Freepik)

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। देशभर में मानसून की शुरुआत हो चुकी है और इसी के साथ कई सारे संक्रमण और बीमारियों का दौर भी शुरू हो चुका है। बरसात में अक्सर इम्युनिटी कमजोर होने लगती है, जिससे बीमारियां आसानी से हमें अपना शिकार बना लेती हैं। ऐसे में इस दौरान अपने रहन-सहन के साथ-साथ खानपान का भी खास ख्याल रखना पड़ता है। मानसून में खाने-पीने को लेकर हुई जरा-सी लापरवाही आपकी सेहत बिगाड़ सकती है।

बरसात के दिनों में अक्सर फूड बॉर्न डिजीज का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसलिए इस मौसम में फूड सेफ्टी को ध्यान में रखने हुए फूड सेफ्टी एंड स्टेंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने कुछ जरूरी गाइडलाइन्स जारी की है। अपनी इस गाइडलाइन्स में FSSAI ने लोगों को बरसात के दिनों में खाने के रख-रखाव, तैयारी और स्टोरेज में सावधानी बरतने की सलाह दी है। आइए जानते हैं FSSAI की यह ताजा गाइडलाइन्स-

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खाना अच्छे से पकाएं और दोबारा गर्म करें

किसी भी बैक्टीरिया या वायरस को खत्म करने के लिए खाने को सही तापमान पर अच्छी तरह पकाना जरूरी है। यही वजह है कि FSSAI पूरी तरह से खाना पकाने और बचे हुए खाने को सही तरीके से दोबारा गर्म करने के महत्व पर जोर देता है। मीट और अन्य नॉन वेज फूड्स को सही आंतरिक तापमान पर पकाना चाहिए और अधपके या कच्चे फूड आइटम्स को खाने से बचना चाहिए। इसके अलावा FSSAI ने भोजन को उबालकर दोबारा गर्म करने की भी सलाह दी, क्योंकि खाना फिर गर्म करने से फूड स्टोर करने के दौरान विकसित हुए किसी भी बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद मिलती है।

रूम टेम्परेचर पर खाना रखने से बचें

बरसात के दिनों में कोशिश करें खाने को रूम टेम्परेचर पर न रखें। पके हुए भोजन को लंबे समय तक नॉर्मल टेम्परेचर पर रखने से बैक्टीरिया का विकास हो सकता है, मानसून के ह्यूमिडिटी वाले मौसम में। ऐसे में FSSAI पके हुए भोजन को दो घंटे से ज्यादा समय तक बाहर न छोड़ने की सलाह देता है। इस अवधि के बाद खाने में बैक्टीरिया तेजी से बढ़ सकते हैं। इसे रोकने के लिए, अगर पका हुआ भोजन दो घंटे के अंदर नहीं खाया जाता है, तो उसे तुरंत फ्रिज में रख दें।

बचे हुए खाने को रेफ्रिजरेट करें

फूड सेफ्टी बनाए रखने के लिए बचे हुए और खराब होने वाले फूड आइटम्स को सही तरीके स्टोर करना जरूरी है। इसके लिए FSSAI ने सभी पके हुए भोजन और खराब होने वाले फूड्स को रेफ्रिजरेटर में 5 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान पर स्टोर करने की सलाह दी है। ऐसा करने से बैक्टीरिया के विकास को रोकने में मदद मिलेगी, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि भोजन लंबे समय तक सुरक्षित रहे। इसके अलावा खाने के खराब होने से रोकने के लिए इन फूड आइटम्स को एयरटाइट डिब्बों में स्टोर कर रखें।

फलों और सब्जियों को धोएं

खाना बनाने या खाने से फलों और सब्जियों को धोना बेहद जरूरी है। खासकर मानसून के दिनों में अक्सर बारिश का गंदा पानी और कीचड़ फलों और सब्जियों के संपर्क में आकर दूषित हो जाती है। ऐसे में खाना पकाने या कच्चा खाने से पहले सभी फलों और सब्जियों को पानी से धोएं और साफ जरूर करें। ऐसा करने से सतह पर मौजूद गंदगी, कीटनाशक और बैक्टीरिया को हटाने में मदद मिलेगी। साथ ही पत्तेदार सब्जियों को पकाने से पहले कुछ मिनटों के लिए खारे पानी या सिरके के घोल में जरूर भिगोएं।

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