बारिश के कारण सड़कों पर भरे लबालब पानी में भीगना बना सकता है आपको बीमार, समझें कैसे
मानसून में सड़को का बुरा हाल हो जाता है और अमूमन लोगों को सड़कों पर भरे गंदे पानी को पार करते हुए आना-जाना पड़ता है। ऐसे में क्या आप जानते हैं कि इस पानी के संपर्क में आने की वजह से आपको सेहत के लिहाज से कई नुकसान (Disease due to Waterlogging) हो सकते हैं। जी हां बारिश के कारण सड़कों पर भरा पानी आपको बीमार बना सकता है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Disease due to Waterlogging: मानसून में दिल्ली और कई अन्य जगहों की सड़कों का हाल बेहाल हो जाता है। खराब ड्रेनेज सिस्टम की वजह से थोड़ी-सी बारिश होते ही, हर जगह पानी ही पानी देखने को मिलता है। सड़कों पर लबालब पानी भरा होने से लोगों को कहीं भी आने-जाने में काफी तकलीफों का सामना करना पड़ता है। ज्यादा तेज बारिश होने पर हाल कुछ ऐसा भी हो जाता है कि लोगों के गले तक पानी पहुंच जाता है।
हालांकि, रोजमर्रा के कामों के कारण लोगों को उस पानी से किसी भी तरह गुजरते हुए निकलना ही पड़ता है, लेकिन आपको बता दें कि बारिश में जमा गंदे पानी के संपर्क में आने से आप कई बीमारियों का शिकार भी हो सकते हैं। इस बारे डॉ. रिमी डे ( मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल, गुरुग्राम में क्रिटिकल केयर विभाग की कंसलटेंट) ने कुछ जानकारियां शेयर की।यह भी पढ़ें: घातक हो सकता है डेंगू का वार, एक्सपर्ट के बताए इन तरीकों से करें खुद का बचाव
बारिश में जमा हुए पानी से होने वाली बीमारियां
डॉ. डे ने बताया कि बारिश के कारण इकट्ठा हुए गंदे पानी में भीगने की वजह से सेहत पर कई नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं। जमा हुए पानी में कई खतरनाक पैरासाइट्स, बैक्टीरिया और वायरस पनपते हैं, जो सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। उस पर भी दिल्ली के आस-पास के इलाकों में बारिश होते ही नालों का पानी भी बाहर निकलने लगता है, जो इस खतरे को और बढ़ा देता है। इसलिए इस पानी के संपर्क में आने से कई परेशानियां होनी शुरू हो जाती हैं।
- स्किन इन्फेक्शन- जमा हुए गंदे पानी में पैदा हुए बैक्टीरिया की वजह से स्किन रैशेज, इरिटेशन, खुजली, जलन और इन्फेक्शन हो सकता है। इसके कारण त्वचा लाल और सूजी हुई नजर आने लगती है।
- पाचन संबंधी परेशानियां- ई. कोलाई और विब्रियो जैसे पैथोजेन्स बारिश के कारण जमा हुए पानी में भारी तादाद में मौजूद होते हैं। अगर ये पानी गलती से शरीर में प्रवेश कर जाए, तो डायरिया, उल्टी, पेट दर्द जैसी कई परेशानियां हो सकती हैं। इसका खतरा छोटे बच्चों और बुजुर्गों में ये इन्फेक्शन और भी खतरनाक रूप ले सकता है।
- श्वांस संबंधी परेशानियां- गंदे पानी में कणों की वजह से श्वांस नली से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं, जिसके कारण खांसी, सर्दी-जुकाम और कुछ मामलों में निमोनिया जैसी गंभीर समस्या होने का भी खतरा रहता है।
- पानी से फैलने वाली बीमारियां- डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, जीका वायरस जैसी वेक्टर बॉर्न डिजीज जमा हुए पानी की वजह से फैलती हैं। इसलिए बारिश का इकट्ठा पानी संपर्क में न आने के बावजूद खतरनाक साबित हो सकता है।
(Picture Courtesy: Jagran Files)
कैसे करें इससे बचाव?
- सबसे बेहतर तरीका बचने का यह है कि आप उस गंदे पानी के सीधे संपर्क में न आएं, लेकिन अगर आपके पास और कोई चारा नहीं बचता है, तो आपको कुछ जरूरी बातों का ख्याल रखना चाहिए।
- बाहर निकलने से पहले वॉटर प्रूफ कपड़े और बूट्स पहनें, ताकि पानी आपके शरीर तक न पहुंच सके।
- घर आते ही सबसे पहले भीगे हुए कपड़ों को उतारें और अच्छे से नहाएं, ताकि त्वचा पर लगी गंदगी साफ हो जाए। साथ ही, उन भीगे हुए कपड़ों को बाकी कपड़ों से अलग धोएं।
- अगर बारिश का गंदा पानी गलती से आपके मुंह, नाक, आंख या कान में चला गया है, तो जल्द से जल्द डॉक्टर मिलें, ताकि इन्फेक्शन होने के खतरे को कम किया जा सके।
- अपने घर के आस-पास के नालों की सफाई करवाएं, कचरा इकट्ठा न होने दें और अगर कोई गड्ढा है, तो उसकी मरम्मत करवाएं।