Giloy Ke Fayde: गिलोय में छिपा है सेहत का राज, बस पता होना चाहिए किस समय खाना है फायदेमंद
गिलोय का नाम तो आपने सुना होगा। ये एक जड़ी-बूटी है जिसका इस्तेमाल कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। इसे खाना सेहत के लिए काफी फायदेमंद (Giloy Ke Fayde) माना जाता है। हालांकि इसे शुरू करने से पहले आपको ये जान लेना चाहिए कि इसे कब खाना चाहिए इसके फायदे क्या-क्या हैं और किन लोगों को इससे परहेज करना चाहिए।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। गिलोय, आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण जड़ी-बूटी के रूप में जाना जाता है। इसके औषधीय गुणों के कारण, यह अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज (Giloy Health Benefits) में इस्तेमाल किया जाता है। इन्हीं वजहों से कई लोग गिलोय को खाना या पीना पसंद करते हैं। गुणों के इस भंडार को अगर आप भी अपनी डाइट में शामिल करने के बारे में सोच रहे हैं, तो उससे पहले आपको इससे जुड़ी कुछ जरूरी बातों (Health Benefits) के बारे में जान लेना चाहिए। आइए जानें गिलोय के फायदे (Giloy Ke Fayde), इस्तेमाल के तरीके और किन लोगों को गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए।
गिलोय के फायदे
गिलोय में कई केमिकल कंपाउंड होते हैं, जो इसके औषधीय गुणों के लिए जिम्मेदार होते हैं। इनमें एल्कलॉइड्स, ग्लूकोसाइड्स, टैनिन और अन्य कंपाउंड्स शामिल होते हैं। इनकी वजह से ही यह सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है।
- इम्यूनिटी बूस्टर- गिलोय शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है। यह अलग-अलग इन्फेक्शन से लड़ने में भी मदद करता है।
- एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण- गिलोय में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं। यह गठिया, जोड़ों के दर्द और अन्य सूजन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने के लिए फायदेमंद हो सकता है।
- एंटी-ऑक्सीडेंट- गिलोय में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो फ्री रेडिकल से लड़ते हैं और सेल्स को डैमेज से बचाते हैं। यह समय से पहले बुढ़ापे को रोकने में भी मदद कर सकता है।
- डायबिटीज कंट्रोल- गिलोय ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है, जिससे यह टाइप-2 डायबिटीज को मैनेज करने में सहायक हो सकता है।
- हेल्दी लिवर- गिलोय लिवर की काम करने की क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है और इसे टॉक्सिन्स से बचाता है।
- दुरुस्त पाचन- गिलोय पाचन को सुधारने में मदद कर सकता है और कब्ज और अपच से राहत दिलाता है।
कैसे खाएं गिलोय?
गिलोय का सेवन अलग-अलग तरीकों से किया जा सकता है, जैसे-
- गिलोय का जूस- गिलोय के पत्तों और तनों को पानी में पीसकर जूस निकाला जा सकता है। इसे नियमित रूप से पीने से कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।
- गिलोय की चूर्ण- गिलोय के सूखे पत्तों और तनों को पीसकर चूर्ण बनाया जा सकता है। इसे पानी या दूध के साथ मिलाकर पिया जा सकता है।
- गिलोय की जड़- गिलोय की जड़ को भी आयुर्वेदिक चिकित्सा में इस्तेमाल किया जाता है। इसे उबालकर पानी पीने से भी कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।
कब करना चाहिए गिलोय का सेवन?
गिलोय को आमतौर पर सुबह खाली पेट खाया जाता है। हालांकि, इसे दिन के किसी भी समय भी लिया जा सकता है। लेकिन इसे कितनी मात्रा में लिया जा रहा है, इस बात का ध्यान रखना चाहिए।किन्हें नहीं खाना चाहिए गिलोय?
हालांकि गिलोय आम तौर पर सुरक्षित माना जाता है, लेकिन कुछ लोगों को इसके सेवन से बचना चाहिए। गर्भवती महिलाओं और ब्रेस्टफीड कराने वाली महिलाओं को गिलोय से परहेज करना चाहिए। इसके अलावा, यदि आपको कोई बीमारी है या कोई दवा ले रहे हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेकर ही गिलोय खाना शुरू करें। साथ ही, ये भी जान लें कि कितनी मात्रा में गिलोय का सेवन आपके लिए सुरक्षित है।
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