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World Arthritis Day 2021: लड़कों की तुलना लड़कियों को क्यों है जूवनाइल अर्थराइटिस का अधिक ख़तरा?

World Arthritis Day 2021 लोगों में आम धारणा है कि अर्थराइटिस सिर्फ बुढ़ापे से जुड़ी एक बीमारी है जो उम्र बढ़ने पर होती है। हालांकि यह सही नहीं है अर्थराइटिस किसी भी उम्र के इंसान को अपना शिकार बना सकता है।

By Ruhee ParvezEdited By: Updated: Tue, 12 Oct 2021 02:07 PM (IST)
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लड़कों की तुलना लड़कियों को क्यों है जूवनाइल अर्थराइटिस का अधिक ख़तरा?
नई दिल्ली, रूही परवेज़। World Arthritis Day 2021: हर साल 12 अक्टूबर को विश्व अर्थराइटिस दिवस मनाया जाता है, ताकि लोगों को जोड़ों से जुड़ी इस गंभीर बीमारी के बारे में जागरुक किया जा सके। लोगों में आम धारणा है कि अर्थराइटिस सिर्फ बुढ़ापे से जुड़ी एक बीमारी है, जो उम्र बढ़ने पर होती है। हालांकि, यह सही नहीं है, अर्थराइटिस किसी भी उम्र के इंसान को अपना शिकार बना सकता है। यहां तक के बच्चे भी इस बीमारी का शिकार हो जाते हैं। आइए जानें कि एक्सपर्ट्स इस बारे में क्या कहते हैं?

कैसे पहचानें कि कहीं आपके बच्चे को अर्थराइटिस तो नहीं?

मुंबई के मसीना अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ सलाहकार, डॉ. अर्चना बशीर ख़ान का कहना है कि इन बच्चों को 6 सप्ताह से ज़्यादा जोड़ों में दर्द और जकड़न की शिकायत कहती है, जो शाम की तुलना में सुबह ज़्यादा होती है। इस दौरान जोड़ों में सूजन, गर्माहट और रेडनेस हो भी सकती है और नहीं भी। सिस्टेमिक जूवनाइल आइडियोपैथिक अर्थराइटिस के अलावा बुख़ार इसका प्रमुख संकेत नहीं है। आंखों और त्वचा में सूजन भी हो सकती है। क्योंकि यह एक ऑटोइम्यून स्थिति है, इसलिए इसे रोकने के लिए हम कुछ नहीं कर सकते। लेकिन वयस्कों के विपरीत, ऐसे कई बच्चे हैं, जो इस स्थिति से पूरी तरह से ठीक भी हो जाते हैं।

लड़कों की तुलना लड़कियों को क्यों है JRA का ख़तरा?

मुंबई के ग्लोबल हॉस्पिटल्स में ऑर्थोपेडिक्स एंड जॉइंट रिप्लेसमेंट के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. श्रीधर अर्चिक का कहना है, " JRA यानी जूवनाइल रूमटॉइड अर्थराइटिस (Juvenile rheumatoid arthritis) से लड़कों की तुलना में लड़कियां अधिक प्रभावित होती हैं। विशेषज्ञों का मानना ​​है कि आरए में लिंग भेद के दो मुख्य कारण हैं। सबसे पहले, महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कहीं अधिक संख्या में ऑटोइम्यून रोग होते हैं-ऐसा माना जाता है कि महिलाओं की प्रतिरक्षा प्रणाली मज़बूत और अधिक प्रतिक्रियाशील होती है। दूसरा, ऐसा प्रतीत होता है कि हार्मोन आरए जोखिम को प्रभावित करते हैं।

JRA के आम लक्षण क्या हैं?

डॉ. श्रीधर अर्चिक ने बताया कि जोड़ों में लगातार सूजन, दर्द और जकड़न, जो आमतौर पर सुबह या झपकी लेने के बाद बदतर होती है। अन्य लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:

• बुख़ार जो आता-जाता है।

• भूख न लगना

• वज़न घटना

• बच्चे के हाथों और पैरों में धब्बेदार दाने होना

लाइफस्टाइल और घरेलू इलाज

डॉ. श्रीधर अर्चिक के अनुसार, "देखभाल करने वाले बच्चों को खुद देखभाल तकनीकों को सीखने में मदद कर सकते हैं, जो जूवनाइल रूमटॉइड अर्थराइटिस के प्रभावों को सीमित करने में मदद करते हैं जिसमें नीचे दिए गए टिप्स शामिल हैं:"

• नियमित रूप से एक्सरसाइज़ करना जिससे मांसपेशियों की ताकत और जोड़ों के लचीलेपन दोनों बेहतर होते हैं।

• कोल्ड या हीट कम्प्रेस का इस्तेमाल करना, क्योंकि कई बच्चों को कोल्ड या हीट कम्प्रेस से आराम पहुंचता है, खासतौर पर किसी तरह की एक्टिविटी के बाद। हालांकि, ज़्यादातर बच्चे गर्माहट पसंद करते हैं, जैसे हॉट पैक या गर्म पानी से नहाना, खासतौर पर सुबह।

• कुछ बच्चे जिन्हें अर्थराइटिस है उनकी भूख भी प्रभावित होती है और कई मामलों में दवाइयों और एक्टिविटी की कमी की वजह से बच्चों का वज़न ज़्यादा बढ़ जाता है। इसलिए, एक स्वस्थ आहार शरीर के उचित वजन को बनाए रखने में मदद कर सकता है।

• डाइट में पर्याप्त कैल्शियम महत्वपूर्ण है क्योंकि जिन बच्चों को गठिया होता है उनमें कमज़ोर हड्डियों के विकास का ख़तरा होता है।