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पीरियड्स में अगर आप भी करती हैं इस Pain Killer का इस्तेमाल तो हो जाएं सावधान, सरकार ने जारी की चेतावनी

पीरियड का दर्द हो या दांत में दर्द आमतौर पर हम लोग दवाई की दुकान से कोई पेनकिलर ले लेते हैं। पीरियड क्रैंप्स से राहत के लिए अक्सर लोग मेफ्टल नाम की दवाई लेते हैं। लेकिन आईपीसी ने इस दवाई से होने वाले संभावित रिएक्शन के बारे में चेतावनी जारी की है। जानें क्या है यह चेतावनी और क्या नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं इस दवाई के इस्तेमाल से।

By Swati SharmaEdited By: Swati SharmaUpdated: Wed, 13 Dec 2023 11:00 AM (IST)
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सरकार ने पेनकिलर से होने वाले रिएक्शन के लिए जारी की चेतावनी
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Painkiller Reaction: भारत की फार्मा मानक निकाय इंडियन फार्माकोपिया कमीशन (आईपीसी) ने पेनकिलर मेफ्टल से होने वाले नुकसान के बारे में डॉक्टरों और मरीजों के लिए दवा सुरक्षा चेतावनी जारी की है। इसमें मेफानामिक एसिड पाया जाता है, जिसके इस्तेमाल से DRESS Syndrome होने का खतरा हो सकता है। इस पेनकिलर का इस्तेमाल आमतौर पर पीरियड क्रैंप्स, दांत दर्द या आर्थराइटिस के दर्द के लिए किया जाता है।

इस चेतावनी में डॉक्टर और मरीजों को इस दवाई से होने वाली रिएक्शन पर ध्यान देने के लिए कहा है और अगर कोई असमान्य लक्षण नजर आए, तो तुरंत आईपीसी की वेबसाइट पर इसके बारे में सूचित करने का सुझाव दिया गया है। हालांकि, ऐसा जरूरी नहीं है कि सभी के साथ यह रिएक्शन हो, लेकिन फिर भी सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

इस बारे में ब्लू क्रॉस लैबोरेटरीज ने एक स्टेटमेंट जारी करते हुए बताया," IPC की ओर से जारी किया गया अलर्ट डॉक्टरों और मरीजों को मेफेनैमिक एसिड की एडवर्स ड्रग रिएक्शन (ADR) की संभावना पर नजर रखने की सलाह देने के लिए था। यह किसी भी तरह से ब्रांड की सुरक्षा, प्रभाव और उच्च गुणवत्ता को प्रभावित नहीं करता है जो क्लिनिकल अध्ययन और वास्तविक दुनिया के साक्ष्य द्वारा स्थापित और समर्थित है। मेफेनैमिक एसिड, भारत के अलावा (मेफ्टाल और मेफ्टाल-स्पास के रूप में) संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, जापान आदि देशों में चार दशकों से अधिक समय से खुराक के रूप में प्रयोग में लाया जा रहा है और इससे लाखों रोगियों को लाभ हुआ है।दरअसल, किसी भी दवा को निर्धारित करते समय, डॉक्टर किसी भी ADR के जोखिम को कम करने के लिए रोगी के बैकग्राउंड और अन्य व्यक्तिगत कारकों को ध्यान में रखते हैं।" 

लेकिन, यह ड्रेस सिंड्रोम है क्या और इसके क्या लक्षण हो सकते हैं, जिसकी मदद से इसका पता लगाया जा सकता है। आईए जानते हैं इस सिंड्रोम से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण बातें।

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क्या है DRESS Syndrome?

ड्रेस सिंड्रोम का पूरा नाम ड्रग रैश विद इओसिनोफिलिया एंड सिस्टमैटिक सिमटम्स सिंड्रोम है। यह किसी दवाई के कारण होने वाली एलर्जी है, जो इम्यून सिस्टम के उस दवाई के साथ रिएक्ट करने की वजह से होता है। इस कारण से हाइपरसेसिटिविटी रिएक्शन होता है, जो त्वचा और शरीर के अन्य दूसरे अंगों को प्रभावित कर सकता है। अगर इसका सही समय पर इलाज न किया जाए, तो यह जानलेवा भी हो सकता है। इस सिंड्रोम के लक्षण अक्सर दो हफ्ते बाद दिखाई देते हैं।

क्या हैं इसके लक्षण?

  • बुखार
  • त्वचा पर रैशेज होना
  • इओसिनोफिलिया
  • चेहरे में सूजन
  • लिवर, किडनी या अन्य दूसरे अंगों में सूजन या खराबी
  • लिम्फ नॉड में सूजन

क्या है इसका इलाज?

इस रिएक्शन का सबसे पहला इलाज यही है कि जिस दवाई की वजह से ड्रेस सिंड्रोम हो रहा है, उसे लेना बंद करें। इससे यह रिएक्शन और अधिक नहीं बढ़ेगा। इसके बाद, डॉक्टर इस रिएक्शन की वजह से क्या-क्या नुकसान हुए हैं शरीर में उसकी जांच कर इलाज शुरू कर सकते हैं। इसमें आमतौर पर त्वचा पर हुई रैश और इन्फेक्शन को रोकने की प्रक्रिया शामिल होती है।

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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Picture Courtesy: Freepik

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